यातायात विभाग और आरटीओ की लापरवाही से कार, बाइक समेत अन्य वाहन बेचने के बाद भी लोगों के घर ऑनलाइन चालान पहुंच रहे हैं। एसपी ट्रैफिक कार्यालय में इस तरह की एक दो नहीं, 134 लिखित शिकायतें अब तक पहुंच चुकी हैं। निराला नगर निवासी नितिन राहुल मिश्रा ने अपनी कार एक साल पहले बेंची, मगर आईटीएमएस का ऑनलाइन चालान उनके घर दो बार पहुंचा। विकास नगर निवासी विक्सन ने अपनी बाइक छह महीने पहले बेच दी थी। इसके बाद भी ऑनलाइन चालान उनके घर पहुंच गया।
यातायात विभाग ने पांच जून २०१८ को इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की स्थापना के दौरान आरटीओ से शहर के वाहनों के पंजीकरण का डाटा लिया था। इसके बाद यातायात पुलिस ने डाटा अपडेट नहीं किया। यही वजह है कि जिन लोगों ने अपने वाहन बेच दिया या किसी को ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद भी आईटीएमएस के रिकॉर्ड में अपडेट नहीं है। इसी के चलते वाहन स्वामी के यातायात उल्लंघन करने पर पूर्व मालिक के घर पर ऑनलाइन चालान पहुंच रहा है।
ताबड़तोड़ शिकायतें पहुंचने के बाद यातायात विभाग ने मामले का संज्ञान लिया है। एसपी ट्रैफिक ने डाटा अपडेट करने के लिए बुधवार को आरटीओ के अफसरों को पत्र लिखा है। एसपी ट्रैफिक सुशील कुमार का कहना है कि आईटीएमएस का डाटा अपडेट कराने के लिए आरटीओ अफसरों से बात की गई है। इसे आरटीओ के सर्वर से ऑनलाइन जोडऩे का भी प्रयास किया जा रहा है। इससे बार-बार डाटा अपडेट करने का झंझट समाप्त हो जाएगा।