अब कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक के साथ मिलेंगे रोजगार के अवसर, हो रही तैयारी
कानपुर विश्वविद्यालय से करीब एक हजार से अधिक संबद्ध हैं, जिनमें अध्ययनरत करीब आठ लाख छात्र छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा।

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर-अब सामान्य रूप से स्नातक डिग्री लेकर बेरोजगार घूमने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है। अब सीएसजेएम विश्वविद्यालय कानपुर में पढ़ने वाले छात्रों के लिए यूनिवर्सिटी ऐसा कोर्स डिजाइन करने जा रहा है, जिससे छात्र 3 वर्ष स्नातक करने के बाद ऐसा हुनर लेकर जाएंगे कि बाहर जाकर कहीं भी सरकारी या निजी संस्थानों में रोजगार कर खुद को योग्य साबित कर सकेंगे। इससे बेरोजगारी से छुटकारा मिलने के साथ योग्यता भी हासिल होगी। क्योंकि अब इस नए कोर्स में हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल, गणित व विज्ञान जैसे सामान्य विषयों के साथ कंप्यूटर, ई-एकाउंटेंसी, प्रिंटिंग व तकनीकी से जुड़े विषय भी सम्मिलित किए जाएंगे। क्योंकि तक ऐसे तकनीकी विषयों का अभाव है।
8 लाख छात्र छात्राओं को मिलेगा लाभ
इस नए तकनीकी कोर्स को लेकर विश्वविद्यालय के डीन, प्रोफेसर व विषय समन्वयकों ने ऐसे कोर्स का प्लान तैयार किए जाने पर अनुमति दे दी है। शिक्षक और एक्सपर्ट मिलकर ऐसे विषयों का चुनाव करेंगे, जो छात्र छात्राओं के सामान्य विषयों से संबंधित व रोजगार दिलाने में सहायक हों। बताया गया कि कानपुर विश्वविद्यालय से करीब एक हजार से अधिक संबद्ध हैं, जिनमें अध्ययनरत करीब आठ लाख छात्र छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। हालांकि प्रोफेशनल कोर्स की बात करें तो विश्वविद्यालय से जुड़े कुछ डिग्री कॉलेजों में वर्तमान में बीएससी इलेक्ट्रॉनिक्स, बायोटेक्नोलॉजी व योगा के कोर्स चलाए जा रहे हैं, लेकिन बीए, बीएससी व बीकॉम के सामान्य पाठ्यक्रमों में ऐसे कोर्स का अभाव है।
कुलपति ने बताया कि
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि स्नातक की तीन साल तक पढ़ाई करने के बाद छात्र छात्राएं सिर्फ स्नातक डिग्री ही लेे पाते हैं। वहीं रोजगार के कंप्यूटर, प्रिंटिंग व तकनीकी से जुड़े दूसरे विषयों के शॉर्ट टर्म कोर्स अलग से करना पड़ता हैं। इससे समय के साथ पैसा भी खर्च होता है। उनकी योजना है कि स्नातक के तीन वर्ष के समय अंतराल में वह ऐसे कोर्स कॉलेज में ही कर लें, जिससे डिग्री लेने के बाद उनके सामने नौकरी के विकल्प खुले हों।
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