कहां गए अपार्टमेंट में रहने वाले
दूसरी ओर कल्पना टॉवर में रहने वाले कई लोग बिना बताए कहीं चले गए हैं। जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि अगर वे कोरोना से संक्रमित हुए हैं तो किस हद तक दूसरों को बीमारी बांट सकते हैं, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। स्वास्थ्य विभाग इन लोगों का पला लगाने में नाकाम साबित हुआ है, इसी वजह से अफसर भी जवाब देने से बचने लगे हैं। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला और जिला महामारी वैज्ञानिक डॉ. देव सिंह ने व्यस्तता का हवाला देकर बात करने से ही इनकार कर दिया।
दूसरी ओर कल्पना टॉवर में रहने वाले कई लोग बिना बताए कहीं चले गए हैं। जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि अगर वे कोरोना से संक्रमित हुए हैं तो किस हद तक दूसरों को बीमारी बांट सकते हैं, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। स्वास्थ्य विभाग इन लोगों का पला लगाने में नाकाम साबित हुआ है, इसी वजह से अफसर भी जवाब देने से बचने लगे हैं। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला और जिला महामारी वैज्ञानिक डॉ. देव सिंह ने व्यस्तता का हवाला देकर बात करने से ही इनकार कर दिया।
भारी पड़ सकती है लापरवाही
कनिका कपूर के कानपुर पार्टी में शामिल होने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही शहरवासियों पर भारी पडऩे की आशंका है। कनिका के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना के बाद कल्पना टॉवर में रहने वाले कितने लोग कहां गए, इसकी भी किसी को कोई जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच के नाम पर चंद लोगों के सैंपल लेकर जिम्मेदारियों की इतिश्री कर ली। बताया जाता है कि कनिका कपूर की पार्टी में 68 लोगों की मौजूदगी का पता चलने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया।
कनिका कपूर के कानपुर पार्टी में शामिल होने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही शहरवासियों पर भारी पडऩे की आशंका है। कनिका के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना के बाद कल्पना टॉवर में रहने वाले कितने लोग कहां गए, इसकी भी किसी को कोई जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच के नाम पर चंद लोगों के सैंपल लेकर जिम्मेदारियों की इतिश्री कर ली। बताया जाता है कि कनिका कपूर की पार्टी में 68 लोगों की मौजूदगी का पता चलने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया।
सभी को तलाशकर हो जांच
विशेषज्ञों का कहना है कि कनिका की पार्टी में जो-जो लोग शामिल थे, एक हफ्ते में वे जहां-जहां गए, उन सभी स्थानों का समुचित सैनिटाइजेशन होना चाहिए। इस अवधि में वे जितने लोगों से मिले और जिन-जिन लोगों से मिले, इस पूरी कड़ी को जोड़ते हुए सभी की जांच होना जरूरी है, वरना यदि इनमें से चंद लोगों को भी कोरोना हो गया तो उनसे ये वायरस सैकड़ों लोगों को चपेट में ले सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कनिका की पार्टी में जो-जो लोग शामिल थे, एक हफ्ते में वे जहां-जहां गए, उन सभी स्थानों का समुचित सैनिटाइजेशन होना चाहिए। इस अवधि में वे जितने लोगों से मिले और जिन-जिन लोगों से मिले, इस पूरी कड़ी को जोड़ते हुए सभी की जांच होना जरूरी है, वरना यदि इनमें से चंद लोगों को भी कोरोना हो गया तो उनसे ये वायरस सैकड़ों लोगों को चपेट में ले सकता है।
करीबियों से दूर हुए लोग
कनिका के मामा विपुल टंडन के परिवार और रिश्तेदारों सहित २३ लोगों ने गायिका से हाथ मिलाया था। परिवार के चार सदस्य और छह रिश्तेदार यहां लगातार कनिका के संपर्क में रहे। इन सभी को हाईरिस्क में माना गया। इनके अलावा पार्टी में शामिल जिन 20 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन लोगों से अब लोगों ने दूरी बना रखी है।
कनिका के मामा विपुल टंडन के परिवार और रिश्तेदारों सहित २३ लोगों ने गायिका से हाथ मिलाया था। परिवार के चार सदस्य और छह रिश्तेदार यहां लगातार कनिका के संपर्क में रहे। इन सभी को हाईरिस्क में माना गया। इनके अलावा पार्टी में शामिल जिन 20 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन लोगों से अब लोगों ने दूरी बना रखी है।