यूपी के अधिकतर जिलों में बारिश की संभावना, राप्ती खतरे के निशान के करीब पहुंची अवैध वसूली करते पकड़े गए फर्जी पुलिसकर्मी :- मामला सारा यह है कि, बुधवार देररात कमिश्नरेट पुलिस को सूचना मिली थी कि बिठूर रोड चौराहे पर स्कॉपिर्यो सवार वर्दी पहनकर पुलिसकर्मी ट्रकों और दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहे है। इस सूचना को पुलिस कमिश्नर असीम अरूण ने गंभीरता से संज्ञान में लिया। उन्होने इस मामले की पड़ताल के आदेश दिए। कमिश्नरेट पुलिस ने बिठूर रोड चौराहे पर फर्जी पुलिस वालों की घेराबंदी कर दी। पुलिस को आता देखकर तीन बदमाश स्कॉर्पियों में बैठ कर भागने लगे। इस पर पुलिस की गाड़ियों ने स्कॉर्पियों को घेरा लिया और तीनों आरोपियों को स्वरूप नगर में पकड़ लिया।
जमकर वसूली की :- पुलिस ने गगन तिवारी, आयूष अग्निहोत्री और लोकेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पुलिस की वर्दी पहनकर अकसर वसूली किया करते थे। कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी जमकर वसूली की थी। जिस सफेद रंग की स्कॉर्पियों से तीनों आरोपी भाग रहे थे, उसका रजिस्ट्रेशन गगन तिवारी के पिता कमलेश तिवारी के नाम पर था।
गगन तिवारी (Gagan Tiwari) कौन है :- अपराधी विकास दुबे की बहन रेखा की शादी शिवराजपुर रामपुर रखरेजा गांव निवासी कमलेश तिवारी से हुई थी। बीते 2017 में कमलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कमलेश तिवारी के दो बेटे हैं गगन और अमन तिवारी। गगन तिवारी अपराधिक प्रवृति का है। फर्जी पुलिसकर्मी बनकर वसूली करने में पकड़ा गया आयूष अग्निहोत्री भी विकास दुबे का दूर का रिश्तेदार बताया जा रहा है।