अखिलेश ने कहा, आखिर किसका हाथ है:- समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सरकार के काम पर सवाल उठाते हुए कहाकि, कानपुर में अपहरण की घटना के बाद बेबस व मजबूर परिजनों द्वारा सूचित करने के बावजूद पुलिस के सामने से फिरौती की रकम ले जानेवालों के ऊपर आख़िर किसका हाथ है कि उन्हें पुलिस का भी डर नहीं है। लगता है उप्र की भाजपा सरकार की नैतिकता का ही अपहरण हो गया है।
यूपी की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगाइए :- कांग्रेस महा सचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि कानपुर में बदमाशों ने एक युवक का अपहरण कर लिया था। परिवार से फिरौती मांगी। परिवार ने मकान और शादी के जेवर बेचकर 30 लाख रुपए इकट्ठा किए। पुलिस के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरा बैग अपहरणकतार्ओं के हवाले कर दिया और पुलिस न तो बदमाशों को पकड़ सकी और न ही उनका बेटा छुड़ा सकी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिछले दिनों बदमाश विकास दुबे के आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के कारण चर्चा में रहे कानपुर शहर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये उसी कानपुर का मामला है जहां कुछ दिनों पहले इतनी बड़ी घटना घटी थी। अब आप यूपी की कानून व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं।