SIT की जांच में
गौरतलब है अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया था। जिसमें विकास दुबे के पक्ष में पुलिस के अंदर से मुखबिरी किए जाने की पोल खुली है। एसआईटी ने 80 अधिकारी व कर्मचारियों को जांच में दोषी पाया है। जिसमें पुलिस अधिकारी के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल है। अपर मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीश अवस्थी के अनुसार जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है।
क्या है बिकरू कांड
विगत 2 जुलाई की रात को कानपुर के विकास दुबे और उसके सहयोगियों ने क्षेत्राधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। विगत 10 जुलाई को विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया था। जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया। संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित की गई एसआईटी की टीम ने शासन को रिपोर्ट दी है।