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विधानसभा की तर्ज पर यूपी निकाय चुनाव का आगाज, अमित शाह के ये अनमोल रत्न निभाएंगे अहम रोल

locationकानपुरPublished: Oct 24, 2017 07:38:41 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

उमा भारती, निरंजन ज्योति, सतीश महाना, सत्यदेव पचौरी, स्वतंत्रदेव सिंह, जय कुमार जैकी और सत्यदेव पचौरी को मिल सकती है जीत की जिम्मेदारी।

up nikay chunav 2017
विनोद निगम
कानपुर. भारतीय जनता पार्टी विधानसभा की तर्ज पर नगर निकाय चुनाव लड़ने जा रही है, जिसका आगाज भौंती के पीएसआईटी कॉलेज में सरकार और संगठन के पदाधिकारियों की बैठक के दौरान हो गया था। कानपुर-बुंदेलखंड की 2 नगर निगम, 33 नगर पालिका, 63 नगर पंचायत परिषद और 1750 पार्षद व सभासद पदों के लिए 20 हजार से ज्यादर दावेदारों ने आवेदन किए हैं। लेकिन टिकट उसी को मिलेगा, जो जिताऊ के साथ ही जिसके नाम पर मुहर बूथ प्रमुख लगाएंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने बताया कि भाजपा ने 52 में से 47 सीटें जीती थी। इस एतिहासिक जीत के पीछे संगठन के साथ-साथ हमारे बूथ लेबल के कार्यकर्ता थे। दोबारा मिशन 2017 फतह करने के लिए पार्टी जमीनी कार्यकर्ता से दावेदारों का फीडबैग लेकर ही टिकट देगी।
भौंती में अमित शाह ने रखी थी नींव
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रूमा में बूथ सम्मेलन कर 2017 का आगाज किया था। इस मौके पर कानपुर-बुंदेलखंड के 12 जिलों की 52 सीटों पर पार्टी को फहत दिलाने के जिए 18 हजार बूथ प्रमुखों को नियुक्त किया गया था। इन्हीं के जरिए भाजपा उम्मीदवारों का चयन सहित अन्य जानकारी ली और नतीजा ये रहा कि पार्टी ने सपा-बसपा के गढ़ को ध्वस्थ कर 47 सीटों पर कब्जा किया था। निकाय चुनाव के वक्त यही बूथ प्रमुख पार्टी के लिए फिर से प्रमुख हथियार होंगे। क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी मोहित पाडेय ने बताया निकाय चुनाव के लिए आवेदन का आखरी दिन आज यानि 24 अक्टूबर निर्धारित किया गया था। बूथ प्रुमुखों के साथ वार्ड संयोजकों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट भेज दी है। कानपुर चुनाव प्रभारी सत्येंद्र सिंह सहित अन्य पदाधिकारी बैठक कर जिताऊ कैंडीडेट के नाम पर मुहर लगाकर प्रदेश कार्यालय भेज देंगे।
96 अध्यक्ष, 1750 पार्षद व सभासद
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में 17 जिलों को मिलाकर कानपुर- बुंदेलखंड क्षेत्र का गठन किया गया था। इसकी बागडोर मानवेंद्र सिंह को सौंपी गई। मानवेंद्र सिंह ने रूमा में बूथ प्रमुखों का सम्मेलन करवाया और 2017 में कमल खिलाने के लिए जमीन पर उतार दिया। उस वक्त भाजपा ने 52 सीटों पर 18 हजार बूथ प्रमुख नियुक्त किए थे। साथ ही दस हजार वार्ड संयोजक भी बनाए थे। मीडिया प्रभारी मोहित पांडेय ने बताया कि नगर पालिका की 33 व नगर परिषद की 66 सीटों के लिए आवेदन आ चुके हैं। बूथ प्रमुखों ने अपने-अपने क्षेत्र की रिपोर्ट मंगलवार को भेज दी है। दावेदारों के नामों पर मंथन गुरूवार से शुरू होगा ओर चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
कानपुर मेयर सीट पर दावेदार कई पर दमदार चेहरा नहीं, आरक्षित होने के चलते भाजपा का बिगड़ा खेल
भाजपा पिछले चार चुनाव लगातार जीतती आई है, लेकिन 2017 में कानपुर मेयर सीट महिला के लिए आरक्षित हो जाने के बाद दमदार चेहरा उन्हें नहीं मिल रहा है। वैसे मेयर पद के लिए सौ से ज्यादा महिलाओं ने आवेदन किया है, पर पार्टी इन पर दांव लगाने से कतरा रही है। सीट आरक्षण तय होने के बाद भाजपा के कई दावेदार टेंशन में हैं। कानपुर में पहली महिला मेयर भाजपा की सरला सिंह चुनी गई थीं। उनकी पहचान एक तेज-तर्राक भाजपा महिला कार्यकर्ता के रूप में थी। इसी के चलते कईयों के नाम काट कर उन्हें प्रत्याशी बनाएगा। पर वर्तमान में सरला सिंह जैसा चेहरा भाजपा के पास नहीं है। वहीं पार्टी के नए नियम ने विधायकों व पूर्व विधायकों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। भाजपा ने साफ हिदायद दी गई है कि किसी भी जनप्रतिनिधि के परिजनों को टिकट नहीं दिया जाएगा। हां अगर परिवार के सदस्य सक्रित कार्यकर्ता हैं तो उनके नाम पर विचार किया जा सकता है।
इन मंत्रियों को दी जाएगी जिम्मेदारी
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए केंद्रीय मंत्री उमा भारती , निरंजन ज्योति को चुनाव के वक्त मेहर व अध्यक्षों को जिताने की जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, सत्यदेव पचौरी, स्वतंत्रदेव सिंह, जय कुमार जैकी के कंधों पर कमल खिलाने का भार होगा। सत्यदेव पचौरी फतेहपुर के प्रभारी हैं, जिन्हें इस जिले के साथ हमीरपुर का दायित्व मिल सकता है। सतीश महाना और स्वतंत्र देव सिंह केंद्रीय मंत्री उमा भारती के साथ बुंदेलखंड में रहकर भाजपा के पक्ष में महौल बनाएंगे। मीडिया प्रभारी मोहित पांडेय ने बताया कि हां ये भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और चुनाव प्रचार के लिए जरूर जाएंगे। भाजपा नगर अध्यक्ष सूरेंद्र मैथानी ने बताया कि दावेदारों के आवेदन आ चुके हैं। बूथ, वार्ड संयाजकों की रिपोर्ट भी आ चुकी हैं। जल्द ही पदाधिकारियों की बैठक होगी और कैंडीडेट के नामों पर चर्चा की जाएगी।

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