अखिलेश यादव का सीएम योगी पर तंज, वाह..गलती से दूसरे वार्ड के वोट गिन लिए, घोर कलियुग कानपुर में मौतों का आंकड़ा नहीं हो रहा कम :- कानपुर में संक्रमितों की संख्या जरूर घटी है, लेकिन अभी कोविड अस्पतालों में मरीज गंभीर हालत में पहुंच रहे है। कोविड अस्पतालों में वहीं मरीज पहुंच रहे है, जिनका ऑक्सीजन लेबल बहुत कम है। कोरोना के 80 फीसदी मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। जिसकी वजह से कानपुर में मौतों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बीते रविवार को आई रिपोर्ट में 22 संक्रमितों की मौत हुई है। यह मौतों का आंकड़ा सिर्फ कोविड अस्पतालों का है। लेकिन शहर में बड़ी संख्या में ऐसे लोग है, जिनका उपचार घर में चल रहा है। प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती है। घरों और प्राइवेट अस्पतालों में मरने वालों की गिनती नहीं है।
1380 संक्रमित स्वस्थ्य हुए :- जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1467 पहुंच गई है। संक्रमितों का ग्राफ गिरने के साथ ही शहर में 9174 एक्टिव केस है। अब तक 79 हजार 52 लोग संक्रमित हो चुके है। जिसमें से 68 हजार 411 पेशेंट स्वास्थ्य होकर घरों को लौट चुके है। बीते रविवार को 1380 संक्रमित कोरोना से जंग जीत कर स्वस्थ्य हुए है।
श्मशान घाट दे रहे गवाही :- कोरोना कर्फ्यू के बाद तेजी संक्रमण का ग्राफ गिरा है। इसका असर अब कानपुर के प्रमुख श्मशान घाटों पर भी देखने को मिलने लगा है। अप्रैल महीने और मई के पहले हफ्ते में श्मशान घाटों पर चिता लगाने की जगह नहीं मिल रही थी। अंतिम संस्कार के लिए 5 से 7 घंटे तक इंतजार करना पड़ता था। वहीं अब श्मशान घाटों पर पहले के मुताबिक बहुत कम शव पहुंच रहे है।
17 मई तक कोरोना कर्फ्यू को बढ़ा :- कानपुर में कोरोना कर्फ्यू का असर अब दिखने लगा है। कर्फ्यू ने कोरोना चेन तोड़ने का काम किया है। कर्फ्यू के 10 दिन बाद ही तेजी से कोरोना पॉजिटिव केस में तेजी से गिरावट आई है। जिसकी वजह से प्रदेश सरकार ने 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू को बढ़ा दिया है।