चिकित्सा उपकरण बनाने वाले उद्योगों को यूपी सरकार देगी 25 फीसदी सब्सिडी चकेरी में प्रतिदिन 10 टन ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य शुरू :- कानपुर में उखड़ती सांसों को अब ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। पनकी, चकेरी, जैनपुर व ट्रांसगंगा सिटी में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की जाएगी। चकेरी में प्रतिदिन 10 टन ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश राज्य प्रौद्योगिक विकास प्राधिकरण इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है। प्राधिकरण परेरहाट कंपनी को जल्द ही 1800 वर्गमीटर भूमि प्लांट लगाने के लिए देगी।
19 कंपनियों ने प्लांट के लिए मांगी भूमि :- इसके साथ ही अशोका इंड्रस्टीज को जैनपुर में 30 टन ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाने के लिए भूमि आवंटित करेगी। अशोका इंड्रस्टीज जल्द ही पनकी में चार टन ऑक्सीजन प्लांट की शुरूआत करने वाला है। जानकारी के मुताबिक 19 कंपनियों ने प्लांट के लिए भूमि मांगी है। जिसमें से 8 उद्यमियों को भूमि आवंटित कर दी गई है।
उर्सला अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट शुरू :- कानपुर के उर्सला अस्पताल में 500 लीटर प्रतिमिनट के क्षमता वाले ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट की शुरूआत हो गई है। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने इसका उद्घाटन किया। उर्सला अस्पताल में एक और ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। वहीं हैलट अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट का काम चल रहा है। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना बताया कि कांशीराम ट्रांमा सेंटर में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट के लिए 47 लाख की स्वीकृति दे दी गई है। कानपुर में आने वाले समय में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हो जाएगी।
ऑक्सीजन की कमी अब नहीं तड़पाएगी :- कानपुर में कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों को एक-एक सांस के लिए तड़पाया है। संक्रमण की तीसरी लहर से पहले शासन और प्रशासन तैयारियों में जुटा है। कानपुर में बड़ी संख्या में उद्यमी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए आगे आ रहे है। इसके साथ हैलट, उर्सल और कांशीराम अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाने कार्य किया जा रहा है।