हार के बाद लिया गया फैसला
कानपुर को कांग्रेस का गढ़ कहा जाता है। तिलकहॉल पार्टी कार्यालय का उद्घाटन पंडित जवाहर लाल नेहरू ने किया था। जितनें भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रधानमंत्री चुने गए, वो यहां आए हैं। पर 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी की आई सूनामी ने कांग्रेस के किले का ढहा कमल का फूल खिला दिया। कांग्रेस के कद्दावर नेता व पूर्वमंत्री श्रीप्रकाश 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव हार गए। वहीं विधानसभा में भी कांग्रेस के खाते में महज कैंट सीट आई तो निकाय में मेयर की कुर्सी भाजपा के खाते में चली गई। तीन करारी हार के बाद प्रियंका गांधी व ज्योतिराजे सिंधियां ने पिछले दिनों एक बैठक की। इसी के बाद ये तय हो गया था कि कानपुर में कांग्रेस की बागडोर अब नए युवा चेहरों के हाथों में दी जाएगी।
फिर से खड़ी होगी पार्टी
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सोमवार को प्रदेश के सभी जिला कांग्रेस कमेटियों के लिए पत्र जारी कर तत्काल प्रभाव से जिला कमेटियों को भंग कर दिया। इसके साथ ही दो सदस्यीय टीम का भी गठन किया गया जो पूर्वी और पश्चिमी यूपी में विधानसभा के उपचुनावों की तैयारियां व प्रबंधन करेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में संस्थागत बदलाव की जिम्मेदारी कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू को दी गई है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए निर्णय बाद में लिया जाएगा। पूर्व सांसद राजराम पाल ने कहा कि पार्टी हाईकमान का फैसला सराहनीय है। अब नई टीम के साथ मिलकर काम करेंगे और 135 साल पुरानी पार्टी फिर से जनता का विश्वास जीतकर सत्ता में वापस आएगी।
कई नेताओं पर गिर सकती है गाज
सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान अब भीतरघात करने वालों को छोड़ेगा नहीं। जिन-जिन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में भितरघात किया है, उन्हें कांग्रेस से बाहर किया जाएगा। । इसके लिए भी तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी चुनाव में अंदरखाने विरोध करने वालों के खिलाफ आई शिकायतों का परीक्षण करेगी। सूत्र बताते हैं कि ऐसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ पार्टी बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। इतना ही नहीं कांग्रेस अब पुराने चेहरों के बजाए लोकसभा, विधानसभा, जिलाध्यक्ष, वार्ड अध्यक्ष, बूथ प्रभारियों की जिम्मेदारी युवाओं को देगी।
सभी फ्रंटल संगठन भी भंग
शहर कांग्रेस कमेटी को ताकत देने के लिए सेवादल, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआइ, महिला प्रकोष्ठ समेत कई फ्रंटल संगठन कार्य करते हैं। ये फ्रंटल संगठन भी समाप्त माने जाएंगे। कार्यवाहक अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने बताया कि पीसीसी से निर्देश मिले हैं। नई जिम्मेदारी तय होने तक कार्यवाहक अध्यक्ष पद पर काम करता रहूंगा। फ्रंटल संगठन शहर कांग्रेस कमेटी के साथ कार्य करते हैं, लिहाजा वह भी स्वतः भंग माने जाएंगे।