पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर संदिग्धों को ट्रेस किया जा रहा है। उन लोगों की लिस्ट भी तैयार की जा रही है, जिन्होंने पिछले 24 घंटे में गैंगस्टर से फोन पर बात की थी। करीब 250 नंबरों को सर्विलांस पर लिया गया है। इनमें कुछ पुलिस वालों के नंबर भी हैं। इसलिए आशंका जाहिर की जा रही है कि जब पुलिस की टीम विकास दुबे से पूछताछ के लिए निकली थी तो किसी ने फोन कर इस बात की जानकारी पहले ही दे दी।
मामले में चौबेपुर थानाध्यक्ष की संदिग्ध भूमिका को देखते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। अपुष्ट सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर के घर पर दबिश वाली टीम में चौबेपुर थाना प्रभारी विनय कुमार तिवारी भी थे। लेकिन रेड के दौरान वह रास्ते में खड़ी जेसीबी के पास ही रुक गए थे, जबकि उनको गांव की भौगोलिक स्थिति की अच्छी जानकारी थी। बदमाशों की फायरिंग के वक्त वह मौके से नदारद हो गये थे। बदमाशों ने पुलिसवालों को घेर कर फायरिंग, जिसमें सीओ, तीन एसआई, चार कांस्टेबल शहीद हो गए थे। इसके अलावा, दो ग्रामीण, एक होमगार्ड और 4 पुलिसवाले घायल हो गए थे।
नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट, जगह-जगह चस्पा गैंगस्टर की फोटो
विकास के नेपाल भागने की आशंका को देखते हुए लखीमपुर-बॉर्डर पर अलर्ट घोषित कर दिया गया है। यहां नेपाल से जुड़ी 120 किमी की सीमा है। लखीमपुर खीरी की एसपी पूनम ने बताया, ‘विकास दुबे को लेकर नेपाल बॉर्डर पर अलर्ट कर दिया गया है। यहां नेपाल से जुड़ी 120 किमी की सीमा है, चार थाने हैं, हर जगह फोटो चस्पा कर दी गई है। एसएसबी के अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि विकास सरेंडर के लिए कोर्ट में आवेदन कर सकता है। इसके चलते सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।