लखनऊ गोल्फ क्लब अध्यक्ष चुने गए आईएएस मुकुल सिंघल, आईएएस नवनीत सहगल 146 वोटों से हारे मामला उन्नाव का है। पिता तेज सिंह, मां गायत्री के साथ बच्ची खुशबू (10 वर्ष) बाइक से घर जा रही थी। अचानक पिता ने ब्रेक लगाया तो तीनों सड़क पर गिर गए और एक ट्रक की चपेट में आ गए। पिता की मौके ही मृत्यु हो गई। मां भी गंभीर रूप से घायल हो गई। बच्ची का पूरा चेहरा खुल गया। वह मरणासन्न हालत में हैलट इमरजेंसी लाई गई।
जूनियर डॉक्टरों की टीम ने किया कमाल :- ईएनटी सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टर डॉ. काजी, नेत्र रोग विभाग के डॉ. कल्याण और सर्जरी विभाग के डॉ. सृजन त्रिपाठी बच्ची को ओटी में ले गए। चेहरे की कांस्ट्रक्टिव सर्जरी की। चेहरे पर टांके लगाकर ब्लीडिंग रोकी और क्षतिग्रस्त मांसपेशियों को सही किया।
इंटेंसिव केयर की जरूरत :- डॉ. सृजन त्रिपाठी ने बताया कि, जब बच्ची यह लाई गई तो उसकी हल्की सांस चल रही थी। जान बचाने के लिए कुछ तो करना था। प्रयास कामयाब रहा। बच्ची के चेहरे की पूरी हड्डियां टूटी हैं। उसके सीने में भी चोट है। पैर में फ्रैक्चर है। आगे के इलाज के लिए उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ भेजा गया है। उसके चेहरे का दोबारा ऑपरेशन किया जा सकता है। इंटेंसिव केयर की जरूरत पड़ेगी ।
छात्रों का काम अदभुत :- प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या ने कहाकि, छात्रों का काम अदभुत है। इस तत्परता से मरीजों को मैनज किया जा सकता है। फिलहाल बच्ची की जान बच गई है।