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कठुआ की बेटी के साथ खड़ा हुआ कानपुर, कैंडिल मार्च निकाल फास्ट ट्रैक कोर्ट की मांग

locationकानपुरPublished: Apr 15, 2018 08:49:02 pm

Submitted by:

Vinod Nigam

कठुआ जिले के रसवां गांव की बेटी के साथ गैंगरेप के बाद हत्या, कानपुर में लोग भी बेटी के लिए घर से निकले

कठुआ जिले के रसवां गांव की बेटी के साथ गैंगरेप के बाद हत्या, कानपुर में लोग भी बेटी के लिए घर से निकले
कानपुर। जम्मू-कश्मीर कठुआ के रहने वाली एक नाबालिग के साथ गैंगरेप और मर्डर के बाद रियासत में नही बल्कि पूरे देश से उसे इंसाफ दिलाए जाने की आवाज उठने लगी हैं। रविवार को कानपुर के जाजमऊ स्थित केडीए कॉलोनी से सैकड़ों लोगों ने कैंडिल मार्च निकाला और आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की। कैंडिल मार्च में शामिल लोगों का कहना है कि देश में बेटियों के साथ आएदिन अत्याचार हो रहा है, वहीं केंद्र के अलावा राज्य की सरकारें कार्रवाई के बजाए सफाई देने में लगी हैं। उन्नाव पीड़िता के आरोपी को पहले बचाया गया, फिर कठुआ के आरोपियों के पक्ष में वहां के मंत्री साथ खड़े पाए गए। नाबालिग के हत्यारों को ,खुलेआम फांसी पर लटका देना चाहिए। लोगों ने कहा कि बच्ची को जल्द इंसाफ मिले इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाए। मामले की लगातार सुनवाई करते हुए इसे ज्यादा से ज्यादा 90 दिनों में पूरा कर दोषियों को कठोर दंड दे।
3 माह पहले किया था अगवा
कठुआ ज़िले की हीरानगर तहसील के रसवां गांव निवासी एक आठ साल की बच्ची 10 जनवरी 2018 को घोड़े चराने के लिए अपने घर से निकली थी और उसके बाद वो घर वापस नहीं लौट पाई। परिजनों ने इसकी शिकायत हीरानगर पुलिस से की, लेकिन पुलिसवालों ने बच्ची को खोजने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. क़रीब एक सप्ताह बाद 17 जनवरी को जंगल में उस मासूम की शन का मिलता है। मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि लड़की के साथ कई बार कई दिनों तक सामूहिक दुष्कर्म हुआ है और पत्थरों से मारकर उसकी हत्या की गई है। मासूम की लाश मिलने के बाद परिजनों ने इलाके में प्रदर्शन किया और कठुआ का आक्रोष धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गया। राजनीति दलों और समाजसेवी संगठनों के अलावा अन्य लोगों ने कठुआ की बेटी को न्याय मिले उसके लिए सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया।
एक जघन्य अपराध
केडीए कॉलोनी निवासी अफजल ने कहा कि यह शर्मनाक कृत्य हैं। राजनीतिक दलों के नेताओं को पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में मदद करने चाहिए। लेकिन वहां की सरकार के कुछ मंत्री और अन्य लोग आरोपियों को बचाना चाह रहे हैं। महिला तसलूम ने कहा कि अपराधी सिर्फ अपराधी होता है और उसकी जाति, रंग या धर्म पर विचार किए बिना उससे क़ानून के अनुसार सजा देनी चाहिए। कुछ लोग भावनाएं भड़काकर और बलात्कार एवं हत्या मामले को सांप्रदायिक रंग देकर हाशिये पर रहने वाले तत्व मानवता के खिलाफ एक जघन्य अपराध कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को आरोपियों के प्रति कोई भी नम्रता दिखाए बिना उनके ख़लिफ़ कड़ी कार्रवाई करे, जिससे समाज में अच्छा संदेश जाए।
मासूम को पीएम दिलाएं इंसाफ
गुड्डू ने कहा कि देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं सुना गया है जब सफेदपोश पेशेवर लोग किसी जघन्य अपराध के आरोपियों के समर्थन में आये हों। हम मांग करते हैं कि इस मामले की सुनवाई कठुआ से कहीं दूसरी जगह स्थानांतरित की जाए ताकि इसकी सुनवाई बिना किसी बाधा के हो सके। कुड्डू ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी इस मामले की जांच सीबीआई से कराएं और जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलवाएं। महिला रूखसाना ने बताया कि जब निर्भया कांड हुआ था तब पूरा देश सड़क पर था आरोपी पकड़े गए, लेकिन उनमें से एक को भी अभी सजा नहीं मिली। न्यायपालिका को ऐसे मामले जल्दी निपटाने, जिससे कि आरोपियों को सजा हो सके।
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