गिरफ्तार आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह टाटा नमक की पैकिंग में 5 रुपए प्रति किलो वाला सस्ता क्वॉलिटी का नमक पैक कर दुकानदारों को बेचते थे। वह दुकानदारों को यह नमक 12 रुपए प्रति पैकेट के हिसाब से सप्लाई करते थे, जबकि यह बिकता 21 रुपए प्रति पैकेट है। आरोपी यह काम बीते एक साल से कर रहे थे।
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि मिलावटखोरों से टाटा कंपनी का एक कर्मचारी भी मिला था। वह इन्हें असली पैकिंग मुहैया कराता था। मुनाफा कमाने के चक्कर में दुकानदार आरोपितों से यह नमक का पैकेट खरीदते थे। डीसीपी क्राइम ने बताया कि टाटा कंपनी से संपर्क कर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है।