अपराधियों से मुकाबले के लिए कानपुर पुलिस लाइन में सिपाहियों को दी जा रही स्पेशल ट्रेनिंग
एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि स्पेशल ट्रेनिंग के लिए पहले चरण में 45 थानों के 75 सिपाहियों को चुना गया है
पत्रिका न्यूज नेटवर्क कानपुर. पुलिस विभाग 75 सिपाहियों की स्पेशल टीम तैयार कर रहा है, ताकि फिर से बिकरू कांड जैसा कोई बड़ा हादसा न हो सके। नेशनल शूटर एसआई राघवेंद्र मिश्र पुलिसकर्मियों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहे हैं, ताकि बिकरू गांव की तरह बदमाशों का सामना करने में पुलिसकर्मी फेल न हों। अपने अचूक निशाने से वह न सिर्फ बदमाशों को निशाना बनाएं, बल्कि खुद भी उनकी गोलियों से बचें। ट्रेनिंग के लिए चयनित सभी सिपाही 2018 बैच के हैं। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि स्पेशल ट्रेनिंग के लिए पहले चरण में 45 थानों के 75 सिपाहियों को चुना गया है। गौरतलब है कि बिकरू कांड में जांच के बाद एसआईटी ने पुलिसिंग में सुधार के सुझाव दिये थे।
कारबाइन शूटिंग में इंडिया पुलिस की ओर से खेल चुके एसआई राघवेन्द्र चयनित सिपाहियों को पुलिसलाइन में ट्रेनिंग दे रहे हैं। यहां सिपाहियों को गोलियां चलाने की ट्रेनिंग के साथ ही असलाह असेंबल करने की भी बारीकी सिखाई जा रही है। इसके अलावा उन्हें भीड़ नियंत्रण‚ आपदा प्रबंधन‚ दंगा नियंत्रण जैसी किसी भी परिस्थिति से निपटना का गुर सिखाया जा रहा है। एक महीने की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सिपाहियों को वाराणसी सीआरपीएफ कैंप में फाइनल ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। आईजी मोहित अग्रवाल ने इसकी प्रक्रिया प्रक्रिया पूरी कर ली है। पुलिस का दावा है कि ट्रेनिंग के बाद चुस्त-दुरुस्त व तेज तर्रार सिपाहियों की एक ऐसी टीम खड़ी होगी जो हिस्ट्रीशीटर-गैंगस्टर जैसे शातिर अपराधियों से मोर्चा लेने में सक्षम होंगे।
पुलिसिया तैयारियों की खुली थी पोल बीते वर्ष 02 जुलाई की रात को कानुपर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में गैंगस्टर विकास दुबे ने साथियों के संग मिलकर पुलिस टीम पर उस वक्त हमला कर दिया था, जब वह गैंगस्टर को गिरफ्तार करने गये थे। बदमाशों ने पुलिस को घेरकर सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। इस घटना ने यूपी पुलिस की दबिश से पूर्व तैयारियों की पोल खोलकर रख दी थी। इस घटना से सबक लेते हुए पुलिस विभाग अब जांबाज पुलिसकर्मियों की टीम तैयार की जा रही है।