मेयर चुने जाने के बाद प्रमिला पांडेय ने कहा कि जब मैं महापौर की शपथ लूंगी तब देखना सारे सिस्टम मैं कानपुर को ठीक कर दूंगी। मैं अपना एक अलग कंट्रोल रूम बनाऊंगी। सभी 110 वार्ड में कंप्लेनबॉक्स रखवाकर समस्याओं का निराकरण कराऊंगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए खुद पुलिस के साथ सड़क पर उतरूंगी और शोहदों को यहां से खदेड़ूंगी। महिला सुरक्षा के लिए नए थानों खुलवाए जाएंगे। हर चौराहे पर 24 घंटे पुलिसबल के जवान तैनात रहेंगे।
केंद्र व राज्य में भाजपा सरकार, होगा विकास
प्रमिला ने कहा जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार नहीं थी तो कोई भी प्रोजेक्ट शहर का पास नहीं होता था। अब केंद्र में भी हमारी भाजपा की सरकार है और राज्य में भी। हम डंके की चोट पर कानपुर शहर की समस्याओं को दूर करने का प्रोजेक्ट बनाकर पास करवाकर लाएंगे। पूरे शहर के बुद्धिजीवियों को एक साथ बैठाकर यहां के विकास के लिए बातचीत होगी। उसी बातचीत में 10 बड़े प्वाइंट बनाकर शहर की खुशहाली के लिए कुछ नया काम कराया जाएगा। प्रमिला पांडेय ने बताया कि मेरे पास उक दर्जन गाये हैं और कानपुर में कई गोशोलाओं का निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम में बिना भेदभाव व करेप्शन के साथ काम किया जाएगा। जो अघिकारी जनता की समस्याओं का निराकरण नहीं करेगा तो उसे दंडित किया जाएगा। इसलिए मैं उनसे कहना चाहती हूं कि शपथ लेने से पहले ही सुधर जाएं, नही ंतो पिस्टलवाली दीदी मेयर की कुर्सी में बैठते ही एक्शन लेगी। तब बचने के कोई रास्ते नहीं होगे। अधिकारी ये तो जेल या अपने घर जाएंगे।
संघ और सांसद थे टिकट के खिलाफ
प्रमिला पांडेय के टिकट के खिलाफ संघ का एक धड़ा खुलकर सामने आया था औा एक शिक्षण्ण संस्थान के प्रबंधक की पत्नी को टिकट दिलवाना चाहता था। इसके अलावा कानपुर के सांसद मंरली मनोहर जोशी भी अपने करीबी को टिकट दिए जाने की पैरोकारी की थी लेकिन सीएम योगी ने कानपुर के प्रभारी मंत्री व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद से मंत्रणा कर प्रमिला पांडेय को कानपुर से मेयर पद का कैंडीडेट घोषित किया। जानकारों की माने तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विदेश से आने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने बैठक कर प्रमिला पांडेय को चुनाव लड़ाए जाने की बात कही थी। जिस पर प्रदेश अध्यक्ष ने तो हामी भर दी थी, लेकिन जिले के एक मंत्री, दोनों सांसद, क्षेत्रीय अध्यक्ष किसी अन्य को टिकट देने के पक्ष में थे। लेकिन सीएम ने प्रमिला के नाम पर मुहर लगा दी। प्रमिला पांडेय की गिनती सीएम के करीबी नेताओं में होती है। विधानसभा चुनाव के वक्त योगी आदित्यनाथ पनकी में जनसभा कर रहे थे, तब इनके बगल में प्रमिला को जगह मिली थी।
‘रिवॉल्वर दादी’ के नाम से बनाई पहचान
प्रमिला पाण्डेय बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रह चुकी हैं। दो बार पार्षद भी रही हैं। प्रमिला हमेशा अपने साथ लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर चलती हैं। एक बार जब रिवॉल्वर और बन्दूक के साथ सोशल मिडिया पर उनकी फोटो वायरल हुई तभी से लोग उन्हें रिवॉल्वर दादी और रिवाल्वर चाची के नाम से पुकारने लगे। प्रमिला पाण्डेय मूल रूप से जौनपुर की रहने वाली है। प्रमिला पांडेय ने राजनीति की शुरूआत 1987 से की थी। प्रमिला पांडेय दो साल तक संध से जुड़ी रहीं और फिर 1989 में इन्होंने भाजपा ज्वाइन की। इनके पति कानपुर रजिस्ट्रार विभाग में बाबू के पद पर तैनात थे। प्रमिला पांडेय सिविल लाइन वार्ड 52 से दो बार पार्षद के लिए चुनी जा चुकी है। इसके बाद वह महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। रामंमदिर आंदोलन के दौरान प्रमिला पाडेय ने भाग लिया था और उमा भारती के बुलावे पर अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ अयोध्या पहुंची थीं। प्रमिला पांडेय की गिनती भाजपा के तेज-तर्राक नेताओं में होती है।