कानपुर हिंसा में अब तक हयात जफर अंसारी समेत 58 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। एसआईटी ने अब तक जांच में उपद्रव के पीछे दो वजह समझ आ रही हैं। पहला, उपद्रव की साजिश नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर भारत की विश्व पटल पर बदनामी कराने को गई। दूसरा, उपद्रव के पीछे स्थानीय कारण हिंदुओं की बस्ती चंद्रेश्वर हाता खाली कराना था। हालांकि उपद्रव के करीब 18 दिन बाद नए तथ्य ने पुलिस की जांच की दिशा बदल दी है। उपद्रव के बाद से पुलिस नई सड़क के मोबाइल टावर का डाटा खंगाल रही थी। उसमें सामने आया है कि एक मोबाइल नंबर से उस वक्त पाकिस्तान बात चल रही थी। पुलिस तब और चौंकी जब पता चला कि नंबर को डी-टू गैंग का अकील खिचड़ी इस्तेमाल कर रहा है।
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