मामला 3 जून को जुमे की नमाज के बाद के बाद हुई हिंसा से जुड़ी है। जहां जुलूस की शक्ल में आए लोगों ने बम पत्थर और गोलियां चलाने लगे। जिससे मौके पर भगदड़ मच गई। पुलिस को भी निशाना बनाया गया था। पुलिस सहित कई लोग घायल हुए थे। जिसमें चंदेश्वर हाता में रहने वाले लोग भी शामिल हैं। पुलिस की जांच में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी का नाम सामने आया था। इसके अतिरिक्त जावेद, सुफियान और राहिल का भी नाम प्रकाश में आया था।
चारों को फिर रिमांड पर लेने का फैसला सुरक्षित
पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उल्लेखनीय है पकड़े गए अभियुक्तों के पास से पीएफआई से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए थे। चारों को रिमांड में लेने के बाद हुई। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिली। लेकिन 52 घंटे का रिमाइंडर खत्म होने के बाद सोमवार को पुलिस ने चारों को जेल भेज दिया। सोमवार को एक बार फिर चारों को रिमांड में लेने के लिए अर्जी लगाई गई। जिस पर सुनवाई के बाद अदालत ने आज अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।