इन लोगों की हुई मौत
सर्दी अचानक बढऩे से हैलट इमरजेंसी में भर्ती ब्रेन स्ट्रोक के मरीज जाजमऊ निवासी मुजाहिद की गुरुवार देर शाम मौत हो गई। दूसरी ओर संदीप सिंह निवासी सरसौल, बलराम कश्यम निवासी कल्याणपुर की भी हैलट में मौत हो गई। हैलट के अलावा कार्डियोलॉजी में भी मौतों का सिलसिला जारी रहा। यहां सबीहा निवासी रावतपुर, कमला प्रसाद निवासी कन्नौज, गुरुचरन सिंह निवासी गोविंद नगर की हार्ट अटैक से मौत हुई है।
सर्दी अचानक बढऩे से हैलट इमरजेंसी में भर्ती ब्रेन स्ट्रोक के मरीज जाजमऊ निवासी मुजाहिद की गुरुवार देर शाम मौत हो गई। दूसरी ओर संदीप सिंह निवासी सरसौल, बलराम कश्यम निवासी कल्याणपुर की भी हैलट में मौत हो गई। हैलट के अलावा कार्डियोलॉजी में भी मौतों का सिलसिला जारी रहा। यहां सबीहा निवासी रावतपुर, कमला प्रसाद निवासी कन्नौज, गुरुचरन सिंह निवासी गोविंद नगर की हार्ट अटैक से मौत हुई है।
इन रोगियों को ज्यादा खतरा
इस मौसम में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को ज्यादा सावधानी की जरूरी है। कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर रोगी अपनी दवाओं को खाने में लापरवाही कर रहे हैं। इसी कारण उनकी हालत बिगड़ रही है। हैलट, उर्सला, कार्डियोलॉजी, चेस्ट अस्पताल की इमरजेंसी में बड़ी संख्या में ठंड पीडि़त मरीज पहुंच रहे हैं। बुजुर्ग और डायबिटीज पीडि़तों की संख्या सभी मरीजों में अधिक है।
इस मौसम में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को ज्यादा सावधानी की जरूरी है। कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर रोगी अपनी दवाओं को खाने में लापरवाही कर रहे हैं। इसी कारण उनकी हालत बिगड़ रही है। हैलट, उर्सला, कार्डियोलॉजी, चेस्ट अस्पताल की इमरजेंसी में बड़ी संख्या में ठंड पीडि़त मरीज पहुंच रहे हैं। बुजुर्ग और डायबिटीज पीडि़तों की संख्या सभी मरीजों में अधिक है।
अस्पताल हुए फुल
सर्दी में अचानक पैरालिसिस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जिसके चलते सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों में इस समय पैरालिसिस के मरीजों से आईसीयू फुल है। हैलट में आईसीयू के लिए मरीजों के तीमारदार चक्कर लगा रहे हैं। डायबिटीज पीडि़त मरीजों को सबसे अधिक ब्रेन स्ट्रोक पड़ रहा है। हृदय रोगियों की संख्या बढऩे से कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी में भी जगह नहीं बची है।
सर्दी में अचानक पैरालिसिस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जिसके चलते सरकारी और प्राइवेट दोनों अस्पतालों में इस समय पैरालिसिस के मरीजों से आईसीयू फुल है। हैलट में आईसीयू के लिए मरीजों के तीमारदार चक्कर लगा रहे हैं। डायबिटीज पीडि़त मरीजों को सबसे अधिक ब्रेन स्ट्रोक पड़ रहा है। हृदय रोगियों की संख्या बढऩे से कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी में भी जगह नहीं बची है।