बताया गया कि महिला अब ओमान में भारतीय दूतावास के अफसरों की निगरानी में है। वहां कागजी और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद महिला को भारत लाया जाएगा। इसके बाद उसे कानपुर लाया जाएगा। कानपुर के कर्नलगंज की महिला को मानव तस्कर ट्रैवल एजेंट मुजम्मिल और अति उर्र रहमान ने ओमान में नौकरी लगवाने का झांसा देकर उसे वहां बेच दिया था। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि भारतीय दूतावास के अफसरों ने ओमान सरकार की मदद से पीड़िता को तस्करों के जाल से छुड़वा लिया है। अब वो सुरक्षित है। दो से चार दिन के भीतर भारत लाई जा सकती है।
आरोपियों से पूछताछ में जानकारी मिली थी कि उन्नाव, कानपुर की 17 व एक गुजरात की महिला को आरोपियों ने अलग-अलग देशों में बेचा है। विदेश मंत्रालय को इनका ब्योरा भेज दिया गया है। वहीं पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी तस्कर गरीब युवतियों और महिलाओं को निशाना बनाते थे, जो नौकरी के लिए कहीं भी जाने को तैयार रहती थीं। मोटी तनख्वा का लालच दिया जाता था। उसके बाद झांसे में लेकर उन्हें बेच देते थे।