16 घंटे पढ़ाई, फिर भी हाथ में नौकरी नहीं नवनीत के पापा सुनील सक्सेना यूपी पुलिस में दारोगा हैं और कानपुर देहात के माती में तैनात हैं। नवनीत का दावा है कि वह रोजाना 16 घंटे पढ़ाई करता है। स्नातक करने के बाद आईटीआई से फिटर का कोर्स भी किया। इसके बाद पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा है। नवनीत का कहना है कि कड़ी मेहनत और अच्छे नंबर लाने के बाद भी नौकरी नसीब नहीं हुई। यह भी बताया कि पिछले साल डेढ़ अंक कम होने के कारण बड़े भाई राहुल को भी नौकरी नहीं मिल पाई थी। लगातार प्रयास के बावजूद नौकरी नहीं हासिल होने पर नवनीत ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को ट्वीट कर इच्छामृत्यु मांगी है।
पकौड़े तो नहीं तलूंगा, क्षमता जैसी नौकरी चाहिए नवनीत का कहना है कि आरक्षण तथा कुछ अन्य व्यवस्था से इतना आहत है कि लगता है कि भविष्य अंधकारमय हो गया है। ऐसे में जीने का कोई मकसद नहीं है। उसने कहाकि लोग मजाक में पकौड़ा व्यवसाय करने के लिए कहते हैं, लेकिन उसे अपनी काबिलियत के अनुरूप ही नौकरी चाहिए। इसी कारण सोमवार को ट्वीट के जरिए राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति से इच्छा-मृत्यु मांगी है। नवनीत का कहना है कि सरकार अव्वल सिस्टम को बदले, अथवा उसे मरने की इजाजत मिले। नवनीत का गुहार के बाद राष्ट्रपति भवन से री-ट्वीट कर आईजी से मामला दिखवाने को कहा गया है। नवनीत ने बताया एसएसपी ऑफिस के पीआरओ सेल से उसके पास फोन आया था, लेकिन व्यस्तता के चलते बात नहीं हुई।