कोई लापरवाही न हो, इसके लिए तीसरी बार मुर्गों के नमूने भरकर भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान बरेली भेजने की तैयारी है। अगर इन नमूनों की रिपोर्ट निगेटिव आई तो पोल्ट्री फॉर्म खोले जा सकते हैं। आपको बता दें कि चिडिय़ाघर में 22 दिन पहले बर्ड फ्लू का मामला सामने आया था। उसके बाद से चिडिय़ाघर व पोल्ट्री फॉर्म बंद कर दिए गए थे। पक्षियों की जांच लगातार की जाने लगी, जबकि उन पर निगाह रखने के लिए टीमें भी बना दी गईं। जांच के तहत पशुपालन विभाग की टीम ने साढ़े 400 से अधिक मुर्गों के सैंपल लिए। करीब पांच दिन बाद इन सभी सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई तो पशुपालन विभाग ने राहत की सांस तो ली, लेकिन किसी भी संचालक को दस किलोमीटर के दायरे में पोल्ट्री फॉर्म खोलने की इजाजत नहीं दी गई।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरपी मिश्रा ने बताया कि तीसरी बार मुर्गों के नमूने इसी हफ्ते लिए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर चिडिय़ाघर से चार व पांच फरवरी को मिट्टी, पक्षी व पानी के नमूने भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान बरेली भेजे जाएंगे। सहायक निदेशक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि अगर सभी की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो चिडिय़ाघर खोलने पर विचार किया जा सकता है। चिडिय़ाघर खोलने से पहले पशुपालन विभाग व वन विभाग के साथ बैठक की जाएगी।