काली पट्टी बांध कर किया विरोध
गोविंद नगर से कांग्रेस की उम्मीदवार करिश्मा ठाकुर सिर पर काली पट्टी बांध कर सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए घर से निकल पड़ी। करिश्मा, सीएम को ज्ञापन के जरिए कानपुर की समस्याओं से अवगत कराना चाहती थीं। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया और विरोध करने पर समर्थकों सहित हिरासत में ले लिया। करिश्मा ने कहा कि भाजपा के राज में संबिधान का धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। तनाशाही सरकार को अब जनता उखाड़ फेंकेगी।
नहीं सुनते भाजपा के प्रतिनिधि
करिश्मा ने कहा कि भाजपा के ज्यादातर प्रतिनिधि जनता से दूरी बनाये रहते हैं क्योंकि उन्हे मालूम है कि मोदी और योगी की जुमलेबाजी सफल हो रही है। इसी के चलते पूर्व सांसद डाॅक्टर मुरली मनोहर जोशी कानपुर से सांसद होते हुए भी कानपुर से दूर रहें। यही समस्या वर्तमान सांसद सत्यदेव पचैरी की है। भाजपा का कोई नेता जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं देता। सीएम योगी आदित्यनाथ जिस स्थान पर सभा कर रहे थे, वहीं पर बारिश होने के कारण सड़क पर जलभराव था। साउथ में बिजली, पेयजल, सड़क और स्वास्थ्य समेत कई समस्याओं कस अंबार है। इन्हीं समस्याओं से सीएम को हम अवगत कराना चाहते थे।
कौन हैं करिश्मा ठाकुर
कांग्रेस ने गोविंदनगर सीट से युवा चेहरे करिश्मा ठाकुर पर दांव लगाया है। करिश्मा ने वर्ष 2103 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई कालेज में दाखिला लिया। यहीं से उनके राजनीतिक करियर का शुभारंभ हुआ। एनएसयूआई से जुडने के बाद प्रथम वर्ष में ही उन्होंने दिल्ली छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और पहली बार में अच्छे वोटों से जीत हासिल कर महासचिव बनीं। वर्तमान में वह एआईसीसी सदस्य और एनएसयूआई की राष्ट्रीय महासचिव हैं।