आरोपियों को मिला हुआ था संरक्षण
उन्नाव की बेटी की मौत पर कांग्रेस की महिला नेता ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस तरह से योगी सरकार अपने चहेते विधायक को बचाती रही उसी तरह दुष्कर्म के आरोपियों को भी भाजपा के नेताओं का सरंक्षण मिला हुआ था। इसी वजह से उन्होंने उसे जिंदा जला दिया। करिश्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से कानून-व्यवस्था ठीक रखने में फेल है और ऐसे में खुद सीएम योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए। करिश्मा ने कहा कि शनिवार को मैं मृतका के गांव गई, जहां पुलिसवालों ने मुझे पकड़ लिया। योगी की पुलिस अपराधियों को संरक्षण तो बेकसूरों पर कार्रवाई करती है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
करिश्मा ने बताया कि मैं मृतका के परिजनों से मिली। उन्होंने बताया कि आरोपी ग्राम प्रधान के बेटे हैं और वह भाजपा से जुड़े हुए हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद महज दो माह के बाद आरोपी जेल से बाहर आ जाते हैं और पीड़िता पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाना शुरू कर दिए हैं। जब पीड़िता और उनका पीड़ित परिवार पुलिस के पास जाकर न्याय के लिए गुहार लगाई बावजूद खाकीधारी नहीं जागे। कहा, उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने न्याय की खूब गुहार लगाई लेकिन उसे समय पर न्याय नहीं मिल पाया और उसे जिंदा जला दिया गया।
सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
करिश्मा ठाकुर ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस झूठे आंकड़े दिखाकर वाहवाही ले रही है और अपराधियों की आवा भगत में जुटी है इससे जनता में बहुत आक्रोश है। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री इस सवाल का जवाब दें कि आखिर प्रदेश में महिलाओं का क्या स्थान है। माखी और कल जिस तरह से एक और बेटी की मौत हुई है उसने व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके लिए सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। कहा, पहले पूरा देश हैदराबाद की घटना को लेकर गुस्से में था, उसके बाद उन्नाव की घटना उसी तरीके से हुई। ऐसी घटना भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पहली नहीं है। इसके पहले भी सरकार से न्याय मांगने वाले लोगों की हत्या की गई है।