पूरा मामला यूपी के कानपुर देहात जिले के मंगलपुर थाना क्षेत्र के झींझक कस्बे का है, जहां कन्नौज जिले के मूल निवासी अरविन्द अपने परिवार के साथ झींझक कस्बे में घर बनाकर रहने लगा। बीते 6 जनवरी को अरविंद की 5 वर्षीय मासूम अवनी का अपहरण हो गया। दरअसल अरविंद के मूल घर के पड़ोसी अभिषेक पाठक और सानू पाठक ने मिलकर उसकी 5 साल की मासूम बेटी अवनी का अपहरण कर लिया। पिता अरविंद ने बेटी के अपहरण की आशंका जताते हुए मंगलपुर कोतवाली में तहरीर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने टीम लगाकर आरोपियों की तलाश शुरू की तो सानू और अभिषेक को धर दबोचा। और पुलिस ने बच्ची को भी सकुशल बरामद कर लिया गया।
पकड़े गए अपहरणकर्ता अभिषेक ने पुलिस पूछताछ मे बताया कि अवनी के पिता ने 70 हजार रुपए उधार लिए थे जिसे वह मांग रहा था, लेकिन पैसे अरविन्द से नहीं मिल रहे थे। जब अभिषेक को कुछ नहीं सूझा तो उसने अरविन्द वर्मा से अपना पैसा वापस लेने के लिए उसकी 5 वर्षीय पुत्री अवनी का अपहरण कर लिया। अभिषेक पहले तो अरविन्द के वर्तमान निवास स्थान कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के झींझक कस्बा स्थित घर पहुंच गया। जहां अभिषेक ने सबसे पहले अरविन्द की 5 वर्षीय पुत्री अवनी को अपनी अपहरण की योजना के चलते खिलाना शुरू कर दिया। फिर इसके बाद अभिषेक ने मासूम अवनी को टॉफी दिलाने और झूला झुलाने की बात कहते हुए उसे ले गया।
वहीं अपहरण होने की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुचे और कई टीमों को लगाकर मासूम अवनी को सकुशल बरामद करने और अपहरण कर्ताओं को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। मासूम अवनी की सकुशल बरामदगी के लिए मंगलपुर थाना पुलिस सहित स्वाट और सर्विलांस टीमों को लगाया गया। जिसके चलते मासूम अवनी के अपहरण के 2 दिन के अंदर ही मासूम को सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही घटना में प्रयोग की गई बाइक की बरामदगी सहित 2 अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना का खुलासा करते हुए जिले के पुलिस कप्तान केशव कुमार चौधरी ने बताया कि उधारी का पैसा वापस न मिलने के चलते पड़ोसी युवक ने अपहरण की पूरी साजिश रची थी। इस मामले में साजिशकर्ता और उसका साथ देने वाले युवक को गिरफ्तार कर घटना में प्रयोग की गई बाइक को बरामद किया गया है। पुलिस टीम की इस सफलता के लिए उन्हें 10 हजार रुपये का इनाम दिया जा रहा है।