कसा गया शिकंजा
पुलिस अफसरों के मुताबिक फोर्टिस में भी अवैध प्रत्यारोपण कराने का एक मामला सामने आया है। अब पुख्ता सबूत जुटाए गए हैं। एसआईटी ने एक दिन पहले ही पीएसआरआई के सीईओ डॉ. दीपक शुक्ला को जेल भेजा है। साथ ही कोर्ट से गिरफ्तारी स्टे ले चुकीं पीएसआरआई कोऑर्डिनेटर सुनीता प्रभाकरन व मिथुन और फोर्टिस कोऑर्डिनेटर सोनिका को नोटिस भेजा है। तीनों से तीन दिन में किडनी कांड में अस्पताल की भूमिका और स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है।
पुलिस अफसरों के मुताबिक फोर्टिस में भी अवैध प्रत्यारोपण कराने का एक मामला सामने आया है। अब पुख्ता सबूत जुटाए गए हैं। एसआईटी ने एक दिन पहले ही पीएसआरआई के सीईओ डॉ. दीपक शुक्ला को जेल भेजा है। साथ ही कोर्ट से गिरफ्तारी स्टे ले चुकीं पीएसआरआई कोऑर्डिनेटर सुनीता प्रभाकरन व मिथुन और फोर्टिस कोऑर्डिनेटर सोनिका को नोटिस भेजा है। तीनों से तीन दिन में किडनी कांड में अस्पताल की भूमिका और स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है।
इसी हफ्ते बड़ी गिरफ्तारी का दावा
एसएसपी अनंत देव के मुताबिक अस्पतालों के बड़े ओहदेदारों की भूमिका की जांच हो रही है। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसी हफ्ते दूसरी बड़ी कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने बताया कि किडनी कांड की जांच में फोर्टिस अस्पताल की भूमिका पाई गई है। इस अस्पताल में एक अंग प्रत्यारोपण की पुष्टि हुई है। जल्द ही अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होगी।
एसएसपी अनंत देव के मुताबिक अस्पतालों के बड़े ओहदेदारों की भूमिका की जांच हो रही है। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसी हफ्ते दूसरी बड़ी कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने बताया कि किडनी कांड की जांच में फोर्टिस अस्पताल की भूमिका पाई गई है। इस अस्पताल में एक अंग प्रत्यारोपण की पुष्टि हुई है। जल्द ही अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होगी।
डोनर और रिसीवर को राहत
किडनी कांड की जांच के घेरे में आए डोनर और रिसीवर को बड़ी राहत दी गई है। एसपी क्राइम राजेश यादव ने कहा कि डोनर और रिसीवर पर कार्रवाई नहीं होगी। डोनर और रिसीवर तो जरूरत के मुताबिक फंसे हैं। अवैध अंग प्रत्यारोपण में उनकी भूमिका नहीं है। इस मामले में किडनी और लिवर प्रत्यारोपण कराने वाले चारों लोगों को गवाह भी बनाया गया है।
किडनी कांड की जांच के घेरे में आए डोनर और रिसीवर को बड़ी राहत दी गई है। एसपी क्राइम राजेश यादव ने कहा कि डोनर और रिसीवर पर कार्रवाई नहीं होगी। डोनर और रिसीवर तो जरूरत के मुताबिक फंसे हैं। अवैध अंग प्रत्यारोपण में उनकी भूमिका नहीं है। इस मामले में किडनी और लिवर प्रत्यारोपण कराने वाले चारों लोगों को गवाह भी बनाया गया है।
एसआईटी पर लगे थे आरोप
किडनी कांड की जांच कर रही पुरानी एसआईटी में शामिल एक थाने के एसएसआई पर जेल गए एचसीपी के बेटे डोनर गुलाम जुनैद अहमद खान ने आरोप लगाया है। इस पर एसएसपी ने कहा कि पैसे मांगने की जानकारी नहीं है। ढिलाई और लापरवाही के कारण पहले की एसआईटी भंग कर नई गठित की गई।
किडनी कांड की जांच कर रही पुरानी एसआईटी में शामिल एक थाने के एसएसआई पर जेल गए एचसीपी के बेटे डोनर गुलाम जुनैद अहमद खान ने आरोप लगाया है। इस पर एसएसपी ने कहा कि पैसे मांगने की जानकारी नहीं है। ढिलाई और लापरवाही के कारण पहले की एसआईटी भंग कर नई गठित की गई।