प्रधानमंत्री मातृत्व सप्ताह अभियान अंतर्गत प्रत्येक माह की 9 तारीख को स्वास्थ केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की प्रथम एएनसी, हीमोग्लोबिन, एचआईवी, सिफलिस सहित अन्य जांच की जाती है। ताकि जोखिम की स्थित में सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। बीती 9 मई को अमरौधा ब्लाक क्षेत्र के नथुवापुर गांव निवासी गर्भवती गुड्डन देवी, सरांय की रन्नो देवी, बहेरीकला की संगीता, रामसखी, राखी आदि लाभार्थी महिलाएं मातृत्व सप्ताह अभियान अंतर्गत पीएचसी अमरौधा जांच कराने गई थी।
महिला आयुष डॉ. तसनीम जहां द्वारा जांच कराने की सलाह दी गई। गर्भवती महिलाएं जांच के लिए लैब अटेंडेंट रवि कुमार के पास पहुंची, तो जांच करने से साफ इन्कार कर दिया। महिलाओं की लिखित शिकायत पर चिकित्सा प्रभारी ने जांच न करने के बावत अटेंडेंट से कारण पूछा तो वह प्रभारी से अभद्रता करने लगा। लैब अटेंडेंट ने प्रभारी को उच्चाधिकारियों के स्तर पर लिखा-पढ़ी करने की धमकी तक दे डाली। राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रभावित होने व गर्भवती महिलाओं की परेशानी को गंभीरता से लेते हुए लैब अटेंडेंट के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
चिकित्सा प्रभारी डॉ. आदित्य सचान ने बताया कि लैब अटेंडेंट की मनमानी से जनमानस को परेशानी हो रही है। कार्य का पालन न करने व उच्चाधिकारी से अभद्रता पर रवि कुमार का अन्य अस्पताल में ट्रांसफर करने सहित कार्रवाई की संस्तुति सीएमओ से की गई है। सीएमओ डॉ हीरा सिंह ने बताया कि लैब अटेंडेंट द्वारा दायित्वों का पालन न करने से जनता को परेशानी हो रही है। प्रभारी से अभद्रता करना कर्मचारी आचरण के विपरीत है। संस्तुति पत्र के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।