इसी तरह ग्राम पंचायत नारखास में 20 शौंचालयों के सापेक्ष 18 ही बनवाये गए है और शेष दो शौंचालयों का काम अधर में लटका हुआ है। आरोप है कि इन दोनों ग्राम पंचायतों में शौंचालयों का निर्माण ठेकेदारी पर कराया जा रहा है, इसके चलते निर्माण कार्य लक्ष्य के सापेक्ष पूरा नही हो सका है। इसके साथ ही मानक के विपरीत घटिया गुणवत्ता वाले तीन के दरवाजे लगवाए जा रहे हैं। इस वजह से बनवाये गए शौंचालय गुणवत्ता विहीन हैं। डीपीआरओ शिव शंकर सिंह ने बताया कि मुलही व नारखास दोनों ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान व सचिवों द्वारा ठीक से दायित्वों का निर्वहन नही कर रहे हैं। नोटिस जारी करके एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है। आदेशों की लगातार अवहेलना करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।