राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में तैयार हुआ यह लिक्विड गुड़ कोरोना जैसे वायरस के संक्रमण से बचाने में मददगार होगा। इसमें प्राकृतिक पौष्टिकता ही नहीं, बल्कि तुलसी, अदरक, दालचीनी और हल्दी के आयुर्वेदिक गुण भी होंगे। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के वैज्ञानिकों ने इसे हाइजेनिक रूप से बिना केमिकल के तैयार किया गया है, जो लिक्विड फॉर्म (तरल) में होगा। इसे आसानी से दूध या अन्य चीज के साथ खाया जा सकेगा। जल्द ही यह बाजार में भी उपलब्ध होगा।
नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए एसएमएस (सेनेटाइजर, मास्क व सोशल डिस्टेंस) का पालन और खुद की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना है। गुड़ खाने से प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इसका सेवन गांव में बहुत होता है मगर शहर में उपयोग कम है। इसका कारण है कि गुड़ को अनहाइजेनिक तरीके से और केमिकल का उपयोग कर बनाया जाता है।
प्रो. मोहन ने बताया कि वैज्ञानिकों ने लोगों कि इस गुड़ को इंडस्ट्री में हाइजेनिक तरीके से बिना केमिकल तैयार किया जा रहा है। इसमें तुलसी, सोंठ, दीलचीनी व हल्दी भी मिलाई जा रही है, जिससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और अन्य बीमारियों का खतरा भी कम हो जाएगा। प्रो. मोहन ने बताया कि कई इंडस्ट्री से बात चल रही है, जो इस तकनीक से गुड़ बनाकर जल्द बाजार में लाएंगी।
इस गुण में तुलसी का मिश्रण है जो चेहरे की चमक के लिए, दस्त रोकने में, चोट लगने पर, कैंसर के इलाज में, सांस में दुर्गंध आने पर, अनियमित पीरियड्स की समस्या में, यौन रोग के इलाज में, गले की समस्या में, फ्लू में लाभदायक होती है। जबकि अदरक का उपयोग भूख न लगने पर, फ्लू में, दस्त में, फूड प्वाइजनिंग में, माइग्रेन में, पीरियड में, सर्दी-जुकाम में, त्वचा को निखारने में और कब्ज में किया जाता है। इसके अलावा इसमें मिलाई गई दालचीनी भी अच्छा पाचन, ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में, अच्छी नींद के लिए, खूबसूरत बाल व त्वचा के लिए, हड्डियों को मजबूत करने के लिए उपयोग में लाई जाती है। साथ ही हल्दी भी अच्छा पाच, डायबिटीज कंट्रोल करने में, कैंसर से बचाव में, खून साफ रखने में, शरीर की सूजन कम करने में, बढ़ती उम्र रोकने में, दिमाग स्वस्थ रखने में काम आती है।