प्रशासन ने इन्हे भगाने के लिए पूर्ण व्यवस्था कर ली। साथ ही किसानों को एलर्ट रहकर भगाने के तरीके बताए। वहीं समाजसेविका कंचन मिश्रा ने भी लोगों को थाली, घंटे या आवाज करने वाली वस्तुओं का प्रयोग कर इन्हे भगाने का तरीका बताया, जिससे किसान अपनी फसल की रक्षा कर सके। जिसके बाद लोगों ने थाली बर्तन की आवाज़ कर उन्हे भगाया। वहीं जिला प्रशासन ने भी टिड्डी दल के आगमन को लेकर कृषि विभाग के अफसर व कर्मचारियों को फील्ड पर सक्रिय रहने के लिए निर्देशित किया।
कृषि विभाग के उपनिदेशक विनोद यादव ने बताया कि भोर पहर का समय इन टिड्डी दल को भगाने के लिए उत्तम होता है। खेतों पर आग जलाकर या हैरो कल्टीवेटर चलाकर इन्हे भगाया जा सकता है। फिलहाल टिड्डियों को देख घबराए हुए लोगो ने टिड्डी दल को भगाने के लिए थाली बर्तन पीपा बजाना शुरू कर दिया। ये नज़ारा देर शाम लगभग आधा घंटा रहा। वहीं आज ये टिड्डी दल रसूलाबाद क्षेत्र के पहाड़ीपुर में आसमान में उड़ता दिखाई दिया तो लोगों ने पीपा थाली बजा आवाज़ कर उन्हे भगा दिया। फिलहाल
सूचना पर पहुंचे अधिकारियो ने जनपद से टिड्डियों को भगाने के लिये कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराना शुरू किया।
सूचना पर पहुंचे अधिकारियो ने जनपद से टिड्डियों को भगाने के लिये कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराना शुरू किया।