2008 में खुला था बैंक
रतनलाल नगर में ब्रह्मावर्त काॅमर्शियल कोऑपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा है। आरोप है कि प्रबंधक व कर्मचारियों ने मिलकर खाता धारकों के करीब 39 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। 2008 में रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया से इसे व्यवसाय का लाइसेंस मिला था। ग्राहकों ने बैंक में पैसे जमा कराए। आरोप है कि खाताधारकों के पैसे का जमकर बंदरबांट किया गया। जानकारी होने पर आरबीआई ने ब्रह्मावर्त काॅमर्शियल कोऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया और 3 जुलाई 2018 को इसकी सभी शाखाओं में तालाबंदी हो गई।
जांच टीम बनीं
आरबीआई ने जांच के लिए जुलाई 2018 में अपर जिला सहकारी अधिकारी उमेश कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठित की थी। टीम में दो अधिकारी सुरेंद्र कुमार वर्मा और अरविंद सिंह को शामिल किया गया था। जुलाई से लेकर दिसंबर 2018 तक टीम ने जांच की। जांच में पाया गया कि खाताधारकों के जमा धन को गबन कर 38,99,09153 रूपए के घोटाला किया गया। जांच टीम ने पूरी रिपोर्ट आरबीआई को भेज दी। आरबीआई के आदेश के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
विवादों में रहा नाम
बैंक खुलने के कुछ समय बाद ही यह विवादों में घिर गया था। कानपुर के अलावा आसपास के जिलों के ग्राहकों ने बैंक में करोड़ों रूपए जमा कराए। जिसका अधिकारियों ने दुरूपयोग किया। बचने के बैंक के अधिकारियों ने 2015 में वित्तीय संकट दिखाना शुरू कर दिया। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए और 31 हजार खाताधारकों के करीब 45 करोड़ रुपये फंस गए। जिले में बैंक की 9 शाखाएं थी, लेकिन 6 में तालेबंदी हो गई।
इन्होंने किया गबन
जांच अधिकारी उमेश कुमार के मुताबिक अब जांच में सामने आया है कि रतनलाल नगर निवासी बैंक के सचिव व मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशुतोष कुमार मिश्रा, उनकी पत्नी व बैंक की उपमहाप्रबंधक किरण मिश्रा, सहायक महाप्रबंधक बेटे गौरव मिश्रा व उनके साथ ही बैंक के अधिकारी दिनेश कुमार दीक्षित, विजय प्रताप सिंह, केएस त्रिपाठी, संजय त्रिपाठी, संजीव बाजपेई, विनोद कुमार गंगवार, गिरीश अवस्थी, चंद्रमोहन पांडेय, सत्यजीत अवस्थी, अतुल शुक्ला ने वित्तीय अनियमितता कर ग्राहकों के पैसे को अन्य कार्यो में लगाकर अपनी तिजोरी भरी।
गोविंद नगर में मामला दर्ज
इस पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंघन सहकारिता की शिकायत परएसएसपी अनंत देव ने गोविंद नगर पुलिस को मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की जांच के बाद गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। सीओ गोविंद नगर आलोक सिंह के मुताबिक एसएसपी आदेश पर बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी समेत 13 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। दस्तावेजों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।