सबने जीत का किया दावा
कानपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस, भाजपा और गठबंधन समेत कुल 14 प्रत्याशियों की भाग्य का फैसला 16 लाख 31 हजार 249 मतदाता 29 अप्रैल को 1532 पोलिंग बूथ में वोट के जरिए कर दिया है। 23 मई की सुबह कांग्रेस के उम्मीदवार श्रीप्रकाश जायसवाल भगवान शिव की दर पर जाकर माथा टेका और फिर वहां से सीधे नौबस्ता गल्लामंडी पहुंचे। भाजपा के सत्यदेव पचौरी और सपा के रामकुमार निषाद भी मतगणना परिसर आकर कार्यकर्ताओं से मिले। इस बीच श्रीप्रकाश जायसवाल ने अपनी जीत का दावा किया तो भाजपा के सत्यदेव पचौरी एक्जिट पोल में मिली बढ़त को देख देश की सबसे बड़ी महापंचायत में पहुंचने का ऐलान कर दिया।
कुछ इस तरह से पड़े वोट
कानपुर संसदीय क्षेत्र में सीसामऊ, आर्यनगर, कैंट, गोविंद नगर और किदवई नगर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इनमें गोविंद नगर में एक लाख 62 हजार 669 वोटर, सीसामऊ में एक लाख 26 हजार 275, आर्य नगर में एक लाख 29 हजार 628, किदवई नगर में एक लाख 65 हजार 345 वोटर शामिल हैं। कानपुर सीट पर कांग्रेस से पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, भाजपा से सत्यदेव पचौरी, सपा-बसपा गठबंधन से रामकुमार चुनाव मैदान में हैं। यहां पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई की बताई जा रही है।
इनके बीच मुकाबला
कांग्रेस ने पूर्वमंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को चुनाव के मैदान में उतारा है। जायसवाल 1989 में महापौर बने। वह 1999, 2004 और 2009 का चुनाव लगातार जीते। भाजपा से प्रत्याशी सत्यदेव पचौरी पार्टी के पुराने सक्रिय नेता हैं। शहर की आर्यनगर विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। प्रदेश सरकार में वह एमएसएमई मंत्री हैं। रामकुमार एडवोकेट गठबंधन के सपा प्रत्याशी हैं। वह 1977 में भारतीय लोकदल से कानपुर संसदीय सीट से सांसद चुने गए मनोहर लाल के पुत्र हैं। छोटे भाई दीपक कुमार 1999 में उन्नाव से सांसद बने। उन्नाव सदर सीट रिक्त होने पर उपचुनाव में सपा की टिकट पर लड़े रामकुमार ने जीत हासिल की।
पहले कानपुर का आएगा परिणाम
23 मई को होने वाली मतगणना में कानपुर सीट का परिणाम पहले आएगा और अकबरपुर सीट का बाद में घोषित होगा। कारण यह कि कानपुर की गणना 25 चक्र में ही पूरी हो जाएगी, जबकि अकबरपुर सीट को नतीजे के लिए 31 चक्र पूरे करने होंगे। कानपुर के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 3,517 बूथ हैं। इनमें से 1,532 बूथ कानपुर संसदीय क्षेत्र में हैं, बाकी अकबरपुर क्षेत्र में। कानपुर सीट में गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र में 48.75, सीसामऊ में 51.76, आर्यनगर में 44.33, किदवई नगर में 51 और कैंट में 45 फीसद मतदान हुआ।
हर टेबल पर माइक्रोआब्जर्वर
कानपुर सीट पर सबसे ज्यादा 349 बूथ गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र में हैं। यहां 25 चक्र में गणना होगी। आर्यनगर व सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में कम बूथ होने से गणना पहले पूरी होगी। अकबरपुर संसदीय क्षेत्र के महराजपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 31 बूथ हैं। हर मतगणना कक्ष में 16 टेबल होंगी और 60-60 कार्मिक। 14 टेबल पर वोट गिने जाएंगे। हर टेबल पर एक माइक्रोआब्जर्वर रहेंगे। हर विधानसभा क्षेत्र की पांच-पांच वीवीपैट मशीन की पर्चियों का मिलान भी होगा। ये वीवीपैट किस बूथ की होंगी, इसका निर्णय प्रत्याशी व प्रेक्षक मिलकर करेंगे।
दो अन्य सीटों की भी गिनती
अकबरपुर सीट के 1,543 बूथ की गिनती कानपुर में होगी। अकबरपुर रनिया विधानसभा क्षेत्र की गणना कानपुर देहात से आएगी। इसके बाद शहर से ही परिणाम घोषित किया जाएगा। इसी तरह बिल्हौर विधानसभा क्षेत्र के 442 बूथों की गणना कानपुर में होगी लेकिन, इसकी सूचना हरदोई भेजी जाएगी। यह क्षेत्र मिश्रिख संसदीय सीट में है और उसका मुख्यालय हरदोई है। गणना शुरूआत के बाद दोपहर दो बजे तक जीत-हार की स्थिति साफ हो जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी विजय विश्वास पन्त ने सभी मतदान कार्मिकों को इसके लिए निर्देश दिए हैं। प्रत्येक पार्टियों के पोलिंग एजेंटों की मौजूदगी में निर्धारित समय से मतों की गिनती का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
जुलूस पर रोक
मतगणना शुरू होने के छह घंटे बाद लगभग दो बजे तक स्थिति साफ होने लगेंगी, कि किस दल के प्रत्याशी को जीत मिलेगी। मतगणना को देखते हुए गल्ला मंडी के आसपास नौ व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। इसको लेकर ट्रैफिक विभाग को निर्देश देते हुए तैयारी पूरी कर ली गई। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जीतने वाले प्रत्याशी व उनके समर्थक रास्ते में गलत तरीके से खुशी का इजहार न करें, इसको देखते हुए पुलिस फोर्स की निगरानी में उन्हें घर तक छोड़ने की व्यवस्था की गई है। थाना पुलिस के साथ चौकी इंचार्जों को हिदायत देते हुए प्रत्याशी व इलाके में रहने वाले उनके समर्थकों पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए है।