कोचिंग में प्यार हुआ, फिर लडक़े की जिंदगी में दूसरी आई हैलट अस्पताल में भर्ती 16 वर्षीय लडक़ी ने बताया कि वह जूही इलाके में रहती है और कोचिंग में साथ पढऩे वाले एक लडक़े के साथ उसके प्रेम संबंध हैं, लेकिन वह लडक़ा कुछ दिन से उससे बात करने से कतराता है। फ्रेंडशिप-डे पर उसने मैसेज भेजकर लडक़े को मिलने के लिए बुलाया था, लेकिन वह नहीं आया। तयशुदा स्थान पर लडक़ी काफी देर तक इंतजार करती रही, इसी दौरान लडक़ा अपनी बाइक पर कोचिंग में पढऩे वाली दूसरी लडक़ी को लेकर घूमता नजर आया। लडक़ी ने कहाकि उसने आवाज देकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन लडक़े ने पलटकर देखा और अपनी बाइक की रफ्तार को तेज कर दिया।
बेवफाई से आहत होकर पुल के ऊपर से नीचे कूद गई लडक़ी लडक़ी ने बताया कि उसके परिजनों ने उसकी रायबरेली में शादी को तय कर दिया है, दिसंबर में बारात आने वाली है। इसी कारण लडक़े से फाइनल बात करना चाहती थी, लेकिन वह मिलने को तैयार नहीं है। इसी कारण जिंदगी खत्म करने के लिए टहलते हुए गोविंदपुरी रेलवे ब्रिज के ऊपर पहुंची और इधर-उधर देखने के बाद रेलिंग पर चढ़ गई। यह देखकर राहगीरों और पुल के नीचे की कच्ची बस्ती के लोगों ने आवाज लगाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन लडक़ी ने कुछ देर रुकने के बाद नीचे छलांग लगा दी। पुल की ऊंचाई 45 फीट है।
कोहली के अंदाज में राहुल ने दौड़ते हुए लडक़ी को लपका उधर, लडक़ी का पुल के ऊपर तमाशा देखकर कच्ची बस्ती के धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ राहुल पेंटर मुस्तैद थे। जैसे ही लडक़ी ने रेलिंग को छोडक़र छलांग लगाई, राहुल ने दौडक़र उसे अपनी बाहों में कैच कर लिया। हालांकि लडक़ी के भार को राहुल की भुजाएं सहन नहीं कर पाईं और वह छिटककर जमीन पर गिर गई। अलबत्ता राहुल की बाहों का सहारा मिलने के कारण उसे गंभीर चोट नहीं पहुंची, लेकिन राहुल का दाहिनी हाथ टूट गया। कच्ची बस्ती के लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ही ई-रिक्शा से लडक़ी को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां से डाक्टर्स ने उसे हैलट अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने लडक़ी के मोबाइल से नंबर निकालकर लडक़ी के परिजनों को बुलाया। इंस्पेक्टर संजीवकांत मिश्रा ने बताया कि लडक़ी की मां का कहना है कि फ्रेंडशिप डे की पार्टी में जाने से रोका था, इसलिए झगड़ा करके घर से निकली और पुल से कूद गई।