श्रीराम मंदिर न्यास बोर्ड के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास आज मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ ही ओवैसी सहित कई राजनीतिक पार्टियों पर जमकर जुबानी हमले किए। महंत ने कहा कि अयोध्या में मक्का-मदीना तो है नहीं जो वहां मस्जिद का निर्माण कराए जाने को लेकर यह लोग श्रीराम मंदिर के निर्माण में खलल डाल रहे हैं। देश की जनता ने 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त भगवान श्रीराम मंदिर के निमार्ण की नीवं रख दी थी, जिसके चलते भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी।
महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। जनता ने उन्हें पूर्ण बहुमत दिया है। लिहाजा उनका उत्तरदायित्व है कि वह जनभावनाओं के अनुरूप कार्य करें। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण में जो भी अड़चने आ रही हैं। मोदी सरकार को उसे संवैधानिक तरीके से दूर करना चाहिए।
महंत नृत्यगोपाल दास ने विश्वास जताया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा चाहे जितना भी समय लग जाए। रामलला जहाँ विराजमान हैं मंदिर वहीं बनेगा। मक्का मदीना तो है नहीं जो वहां मस्जिद बनेगी न मस्जिद थी न तो है और न ही आगे बनेगी। संसार की कोई ताक़त मंदिर बनने से नहीं रोक सकती। देश का मुस्लिम समाज भी भगवान श्रीराम के मंदिर के पक्ष में हैं, पर कुछ लोग ऐसे हैं जो इस पर अड़चन पैदा कर रहे हैं। महंत ने कहा कि श्री-श्री ने बातचीत के जरिए हल करने की पहल की लेकिन ओवैसी जैसे लोगों ने उस पर भी पानी फेर दिया। पर अब वक्त और समय आ गया और जल्द ही रामलाला मंदिर के अंदर विरामान होंगे।
गंगा में प्रदूषण की बात करते हुए महन्त ने कहा कि गंगा में सबसे ज्यादा प्रदूषण फैक्ट्रियों के कचरे से होता है। गंगा में गिर रहे नालों से भी गंगा प्रदूषित होती हैं, लेकिन फैक्ट्रियों का कचरा जो गंगा में गिर रहा है वो प्रदूषण का प्रमुख कारण हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को जाजमऊ इलाके में चल रही टेनरियों को तत्काल बंद करा देना चाहिए क्योंकि इन्हीं टेनरियों का केमिकल मां गंगा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि मां गंगा में कूड़ा कचरा न फेंके। साथ ही गंगा के सफाई के लिए आगे आएं।