कटवा दिए तीन दर्जन आम के पेड़ मिली जानकारी के अनुसार रसधान में 3 पेड़ों के काटने की परमिशन लेने के बाद ठेकेदार ने रातों रात बाग में खड़े हरे फलदार आम के करीब तीन दर्जन पेड़ कटवाकर वृक्षारोपण अभियान की धज्जियां उड़ा दी। लेकिन वन विभाग के अफसरों ने जानकारी करना भी उचित नही समझा और रात भर हरे पेड़ो पर गाज गिरती रही। जबकि प्रशासन से इस बावत पूछा गया तो उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया। सुबह वहां से गुजरते लोगो ने जब जमीन पर कटे पड़े बड़े-बड़े वृक्ष देखे तो दंग रह गए। लेकिन पेड़ काट रहे लोगो के पास जाकर विरोध करने की हिम्मत कोई नही जुटा सका। बताया गया कि आये दिन ये हरे पेड़ो की कटान का यह खेल होता रहता है। और जिम्मेदार मौन बने सारा तमाशा देखते रहते है लेकिन कार्यवाही के लिए कोई कदम नही उठाता है, जिससे कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान उठते नजर आ रहे है।
जांच करवाकर होगी कार्रवाई जब इस संबंध में उपजिलाधिकारी दीपाली कौशिक से पूछा तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी नही है। जानकारी कराकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। देखा जाए तो एक तरफ प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए अरबों रुपये खर्च कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वृक्ष कटान के जरिये इस अभियान पर पूरी तरह से पानी फेरा जा रहा है। अब देखना है कि पुलिस प्रशासन सहित वन विभाग के अधिकारी क्या कार्यवाही करते है।