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धरा का धरा रह गया सरकार का वृक्षारोपण अभियान, जब काट दिए गए फलदार आम के कई पेड़

locationकानपुरPublished: Apr 16, 2018 12:02:19 pm

हरे फलदार आम के करीब तीन दर्जन पेड़ कटवाकर वृक्षारोपण अभियान की धज्जियां उड़ाई गईं…

Many trees cut by contractor in Kanpur Dehat UP news

धरा का धरा रह गया सरकार का वृक्षारोपण अभियान, जब काट दिए गए फलदार आम के कई पेड़

कानपुर देहात. सभी जानते है कि अगर धरती पर वृक्ष है तो जीवन है। क्योकि जीने के लिए अन्न, जल के साथ आक्सीजन बेहद जरूरी है, जो हमे पेड़ों से मिलती है। क्योकि वृक्षो से ही जल मिलता है और उसी से खेंतो में अनाज पैदा होता है। इसलिए सरकार द्वारा वृक्षारोपण अभियान चलाकर जगह-जगह पौधे लगाकर वृक्षारोपण किया जाता है। अभियान को सफल बनाने के लिए जुलाई माह में साप्ताहिक पर्व मनाया जाता है। जिसमे वृक्षारोपण कर समाज के लोगो को संदेश दिया जाता है। और इससे प्रेरित होकर तमाम लोग अपने घरों, बाग बगीचों में पौधे लगाकर वृक्षारोपण मनाते है। धरती पर जीवन बना रहे इसके लिए कई निजी संस्थाएं इस अभियान को लेकर सक्रिय भी है जो समय-समय रैली निकालकर लोगो को जागरूक करते है। वहीं दूसरी तरफ लकड़ी के ठेकेदार हरे पेड़ो के हत्यारे बनकर हरे पेड़ो पर कुल्हाड़ी चलाने से कतई नही कतराते है। और उधर सरकार का ही सरकारी तंत्र बेजुबान बना बैठा रहता है। ऐसा ही कुछ सिकन्दरा क्षेत्र के रसधान में हुआ है। जहां लकड़ी के ठेकेदारो ने रात में बाग में खड़े करीब दो दर्जन आम के पेड़ कटवा दिए लेकिन पुलिस प्रशासन सहित जिम्मेदारों को कोई भनक नही लगी है।
कटवा दिए तीन दर्जन आम के पेड़

मिली जानकारी के अनुसार रसधान में 3 पेड़ों के काटने की परमिशन लेने के बाद ठेकेदार ने रातों रात बाग में खड़े हरे फलदार आम के करीब तीन दर्जन पेड़ कटवाकर वृक्षारोपण अभियान की धज्जियां उड़ा दी। लेकिन वन विभाग के अफसरों ने जानकारी करना भी उचित नही समझा और रात भर हरे पेड़ो पर गाज गिरती रही। जबकि प्रशासन से इस बावत पूछा गया तो उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया। सुबह वहां से गुजरते लोगो ने जब जमीन पर कटे पड़े बड़े-बड़े वृक्ष देखे तो दंग रह गए। लेकिन पेड़ काट रहे लोगो के पास जाकर विरोध करने की हिम्मत कोई नही जुटा सका। बताया गया कि आये दिन ये हरे पेड़ो की कटान का यह खेल होता रहता है। और जिम्मेदार मौन बने सारा तमाशा देखते रहते है लेकिन कार्यवाही के लिए कोई कदम नही उठाता है, जिससे कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान उठते नजर आ रहे है।
जांच करवाकर होगी कार्रवाई

जब इस संबंध में उपजिलाधिकारी दीपाली कौशिक से पूछा तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी नही है। जानकारी कराकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। देखा जाए तो एक तरफ प्रदेश सरकार से लेकर केंद्र सरकार वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए अरबों रुपये खर्च कर रही है। वहीं दूसरी तरफ वृक्ष कटान के जरिये इस अभियान पर पूरी तरह से पानी फेरा जा रहा है। अब देखना है कि पुलिस प्रशासन सहित वन विभाग के अधिकारी क्या कार्यवाही करते है।
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