वारदात शनिवार को रात दस बजे हुई थी। मगर फजलगंज के इंस्पेक्टर क्राइम उमेश यादव रात करीब एक बजे घटनास्थल पर पहुंचे थे। इस पर एसीपी नजीराबाद संतोष कुमार ने उनको फटकारा था। कहा था कि क्षेत्र में हुई हत्या की वारदात पर तीन घंटे की देरी से क्यों पहुंचे। इस पर उमेश ने पहले कुतर्क किया और बाद में कहा कि लाइन भिजवा दो। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि शुरुआती जांच के बाद इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया है। एडीसीपी पूर्वी सोमेंद्र मीणा को जांच दी गई है।
हत्याकांड में पुलिस छह आरोपियों को जेल भेज चुकी है। तीन अन्य नामजद आरोपी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक अभी इन तीनों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य नहीं मिले हैं। फुटेज में नहीं दिखे हैं। सर्विलांस की मदद से उनकी लोकेशन पता की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर जेल भेजा जाएगा। उधर जिन आरोपियों को जेल भेजा गया है उनमें से एक दो रिमांड पर लेने की तैयारी है।