अपने मालिक का माल लेकर भागा था सुनील मेरठ के देलही गेट निवासी संजय अग्रवाल सराफा कारोबारी हैं। मेरठ सराफा बाजार में उनका चांदी का थोक कारोबार है। 26 जुलाई को संजय अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से 46 किलो चांदी की मूर्तियां और 19 लाख रुपये लेकर दिल्ली के लिए निकले थे। कार को इंदिरापुरम प्रतापपुर, मेरठ निवासी सुनील उर्फ बिट्टू चला रहा था। रास्ते में संजय कार से उतरकर फोन पर कारोबार के सिलसिले में किसी व्यापारी से बात करने लगे। इसी बीच सुनील चांदी व नकदी समेत कार लेकर भाग निकला था। इस मामले में संजय अग्रवाल ने मेरठ के देलहीगेट थाने में सुनील के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मेरठ पुलिस ने सर्विलांस पर उसका मोबाइल नंबर लगाया तो सुनील की लोकेशन कानपुर के महाराजपुर के गंगागंज गांव में मिली।
भूसे के ढेर में सात लाख रुपये और 46 किलो चांदी मेरठ पुलिस ने कानपुर पुलिस के साथ मिलकर गंगागंज गांव में दबिश देकर राम बिहारी पासवान के घर पर दबिश देकर सात लाख रुपये और 46 किलोग्राम चांदी के गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां बरामद की हैं। नोटों की पोटली में गेहूं और मूर्तियों को भूसे के ढेर के बीच में छिपाकर रखा गया था। छानबीन में पता चला कि गंगागंज गांव में आरोपी की ससुराल है। इसी आधार पर देहलीगेट थाने के दरोगा सुनील कुमार मिश्रा टीम के साथ गुरुवार को महाराजपुर थाने पहुंचे। पुलिस ने आरोपी की पत्नी प्रीती उसके परिजनों से सवाल-जवाब किए, लेकिन वह लोग सुनील के बारे जानकारी होने से इनकार करते रहे। महाराजपुर थानाध्यक्ष उमेश कुमार सिंह के मुताबिक आरोपी अपनी ससुराल में चांदी की मूर्तियां और सात लाख रुपये छिपाकर भाग गया है।