गजनेर थाने के वार्षिक मुआयना करने के दौरान कानपुर देहात के एसपी अनुराग वत्स ने अभिलेख में दर्ज शस्त्रों का पहले मिलान किया। इसके बाद कैमरा व लाउडस्पीकर खराब मिलने पर नाराजगी जताई और रिपोर्ट तलब की। उन्होंने चौकीदारों से तैनाती वाले गांवों के हिस्ट्रीशीटरों के नाम पूछे। प्रभारी निरीक्षक को चौकीदार रजिस्टर बनाने का निर्देश दिया। बीट अफसरों को गांव भ्रमण के दौरान चौकीदार को सूचना देकर साथ रखने को कहा। मालखाना रजिस्टर, रजिस्टर नं. 8, चिक खुराक लिस्ट, एससीएसटी पंजिका, महिला उत्पीड़न पंजिका, गैंग पंजिका व टीएडीए पंजिका, भूमि विवाद पंजिका, त्योहार पंजिका, समाधान पंजिका आदि देखे। चिक खुराक पंजिका अपूर्ण मिलने पर 24 घंटे में प्रविष्टियां पूर्ण कराने को कहा।
गैंग पंजिका अपूर्ण मिलने पर एसपी ने थाना कार्यालय के हेड मुंशी हेड कांस्टेबल प्रेमनरायन पांडेय को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। टीएडीए पंजिका में थाने से 11 किलोमीटर दूर पामा चौकी आने जाने का खर्चा 100 रुपये अंकित देख उन्होंने नाराजगी जताई व सुधार की ताकीद की। कहा कि बमुश्किल 15 रुपये दर्ज होना चाहिए। इस तरह सरकारी धन का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं होगा। टॉप टेन अपराधियों के नाम नहीं बता पाने पर पामा चौकी इंचार्ज विमल कुमार का स्पष्टीकरण तलब किया। कहा कि हिस्ट्रीशीटरों की जानकारी रखना बेहद जरूरी है। सीसीटीएनएस कक्ष में लगे सात कंप्यूटर में चार खराब मिले। थाना परिसर की साफ सफाई पर वह संतुष्ट नजर आए। दिलावलपुर निवासी वीरेंद्र सचान व भदेशा गांव की महिला के प्रार्थना पत्र पर हल्का दारोगा को समस्या समाधान के लिए तत्काल भेजा।