बुद्धू से इससे ज्यादा क्या उम्मीद
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कोरेगांव के मामले में नजरबंद लोगों के पक्ष में ट्वीट कर सियासत गर्म कर दी है। अब बीजेपी के नेता राहुल गांधी को घेरने के साथ ही जमकर जुबानी हमला भी कर रहे हैं। यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री शिक्षकपार्क में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के तेरहंवी कार्यक्रम में शामिल हुए और पत्रकार वार्ता के दौरान राहुल गांधी को पप्पू और बुद्धू तक कह डाला। मंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए माओवादीओं से नंबर एक का खतरा बताया था। लेकिन राहुल गांधी उन्हें खुले तौर पर समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति से ऊपर राष्ट्र की सुरक्षा है और मोदी सरकार इनके सामने झुकने वाली नहीं है। आंतकवादी और नक्सलीय घटनाओं में शामिल अराजकतत्वों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
इसके चलते राहुल गांधी ने किया ट्वीट
दरअसल महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे पुलिस ने मंगलवार को देश भर में कई नक्सल समर्थकों के आवास पर छापे मारे और माओवादी समर्थक वरवरा राव, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा, बरनोन गोंजालविस और गौतम नवलखा को गिरफ्तार कर लिया। इसी के बाद कांग्रेस के अलावा वामपंथी दलों का विरोध प्रदर्शन जारी है। साथ ही अन्य राजनीतिक दलों की तरफ से प्रतिक्रियाएं आने भी शुरू हो गई हैं और एनडीए को छोड़ सभी विपक्ष के नेता इस कार्रवाई को गैर कानूनी बता बीजेपी के जुबानी हमला कर रहे हैं। जबकि सत्ताधारी दल भी अब उन्हें जवाब देना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी के तहत मंत्री सत्यदेव पचौरी ने राहुल गांधी समेत सभी दलों पर करारा प्रहार किया।
उन्हें चाहिए सिर्फ सत्ता
मंत्री पचौरी ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी बिना सत्ता के एक दिन भी नहीं रह सकती। कुर्सी पर बैठनें की आदत पढ़ी थी। लेकिन देश व प्रदेश की जनता ने उन्हें कुर्सी से उटा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी को बैठा दिया। इसी के चलते अब वो परेशान है और सत्ता के लिए देश विरोधी ताकतों के पक्ष में बयान दे रहे हैं। मंत्री ने अखिलेश और शिवपाल यादव के बीच जारी जंग पर चुटकी लेते हुए कहा कि वहां भी परिवारवाद है और इसका खामियाजा कुछ नेताओं को उठाना पड़ रहा है। शिवपाल यादव के पार्टी छोड़ने से अखिलेश यादव के पास सिर्फ साइकिल और आजम खां बचेंगे। सपा-बसपा के गठबंधन के प्रश्न पर मंत्री ने कहा कि 2019 में सभी दलों के एक साथ आने के बाद भी पीएम मोदी का विजयी रथ रूकनें वाला नहीं है। पिछले चुनावों की तरह उन्हें फिर से हार उठानी पड़ेगी।