हार से हताश पीके की टीम करवा रही महौल खराब, एएमयू के छात्र हटा लें जिन्ना की तस्वीर
कानपुर। एएमयू में जिन्ना विवाद को लेकर कानपुर के कई भाजपा नेता खुलकर सामने आ गए हैं और कैम्पस तस्वीर हटाने को लेकर बयान दे रहे हैं। भाजपा पार्षद व कारसेवक नवीन पंडित ने रविवार को पत्रिका से खास बातचीत के दौरान जिन्ना भक्तों को चेतावनी दी कि वह जल्लाद की तस्वीर कैम्पस से हटा लें, नही तो अंजाम भुगतने को तैयार रहे। कानपुर के 40 लाख लोग अगर अपने में आ गए तो उन्हें घुसकर मारेंगे। नवीन पंडित ने योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या को भी खरी-खरी सुनाई। कहा, मौर्या मंत्री पद पर बैठे हैं और उन्हें ऐसे बयान देने से पहले सौ बार सोचना चाहिए। हम मौर्या से मांग करते हैं कि वह लोगों से माफी मांगे। यदि वह ऐसा नहीं करते तो सीएम योगी को उन्हें मंत्रीमंडल से हटा देना चाहिए। पंडित ने कहा कि पिछले चार सालों से राजनीतिक दलों के चलते जिन्ना भक्त देश का महौल बिगाड़ने पर तुले हैं, पर 125 करोड़ की जनता उनके मंसूबे को कभी कामयाब नहीं होने देगी। पंडित ने बताया कि, जेएनयू से लेकर एएमयू विवाद के पीछे कांग्रेस के प्रशान्त किशोर का हाथ है और परदे के पीछे वह भाजपा के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं।
जिन्ना भक्तों पर हो कार्रवाईअलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में मुहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर मचे बवाल के बाद कानपुर में भी मामला गरमाने लगा है। नगर निगम में सदन के उपनेता व भाजपा पार्षद नवीन पंडित ने जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने पर बड़ा बयान दिया है। पंडित ने कहा कि पिछले चार साल से देश में जिन्ना भक्तों की संख्या में इजाफा हुआ है, जो देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी को जिन्ना भक्तों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। पंडित ने एएमयू के छात्रसंघ व जिन्ना भक्त छात्राओं को चेतावनी दी है कि वह सुधर जाएं। सियासत के बजाए पढ़ाई पर
ध्यान दें। जिन्ना की तस्वीर की जगह पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी, डॉक्टर आंबेडकर, डॉक्टर
अब्दुल कलाम , भगत सिंह, पंडित चंद्रशेखर आजाद की फोटो लगाएं और उनके बताए रास्ते पर चलें। बावजूद उन्होंने जिन्ना की तस्वीर नहीं हटाई तो नवीन पंडित अपने कारसेवकों के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा कानपुर के सैकड़़ों लोगों को लेकर एएमयू कैम्पस के अंदर घुसकर जिन्ना भक्तों को सबक सिखाएंगे।
परदे के पीछे पीके का खेलभाजपा पार्षद ने कहा कि 2014 के बाद राजनीतिक दल के नेतो भाजपा की सरकारों को परेशान करने के लिए आएदिन परदे के पीछे जिन्ना भक्तों की फौज तैयार कर रहे हैं, लेकिन 125 करोड़ की जनता उनके मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी। पंडित ने आरोप लगाया कि विधानसभा 2017 चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के प्रशान्त किशोर एक धर्म विशेष के लोगों को भड़का कर देश का महौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके पूरे कारनामें का मेरे पास सबूत है, जिसे जल्द ही मैं मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचा कर कांग्रेस की पोल खोलूंगा। पंडित ने बताया कि यह प्रशान्त किशोर की टीम है जो कभी जेएनयू तो कभी एएमयू में मुस्लिम समाज के लोगों को भड़कर देश का महौल खराब कर पीएम मोदी की क्षवि धूमिल करने पर तुले हैं। पंडित ने बताया कि यूपी विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद चुनाव जितवाने के नाम पर पैसे लेने वाले पीके की बोली अब घट गई है और इसी के चलते वह 2019 में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए लोंगों को बांट रहे हैं।
मौर्या को दी नसीहतभाजपा पार्षद अपनी ही पार्टी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या को भी नहीं बख्शा। पंडित ने कहा कि मंत्री जी को पहले जिन्ना का इतिहास पढ़ना चाहिए। वह सूबे के मंत्री के बड़े पद पर बैठे हैं ऐसे में उन्हें गलत बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। हां अगर उन्हें लगता है कि जिन्ना महापुरूष है तो पहले मंत्री पद से इस्तीफा दें और जिन्ना भक्तों को टोली के साथ बैठकर देश विरोधी नारे लगाएं। पंडित ने यूपी सरकार से मांग की है जिन्ना की तस्वीर कैम्पस के अंदर कैसे और किसके कहने पर लगाई गई है, के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराएं। पिंंडत ने कहा कि भारत के मुसलमानों ने भारत में रहकर जिन्ना को नहीं बल्कि गांधी आंबेडर को अपना माना। साथ ही पंडित ने कहा कि जिन्ना हाउस, जिन्ना टॉवर और संसद में लगी जिन्ना की तस्वीर भी हटनी चाहिए।