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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एजेंड़े में त्रिदेव

locationकानपुरPublished: Jan 24, 2019 01:13:39 am

Submitted by:

Vinod Nigam

आरएसएस चीफ मोहन भागवत की चल रही है नरायणा कॉलेज में बैठक, लोकसभा चुनाव, सपा-बसपा और कांग्रेस से निपटने के लिए रणनीति, अमित शाह और योगी भी हो सकते हैं शामिल।

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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एजेंड़े में त्रिदेव

कानपुर। आरएसएस के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन मधुकर राव भागवत मंगलवार की शाम कानपुर पहुंचे। जहां से भागवत मीडिया से दूरी बनाते हुए सीधे पनकी के लिए निकल गए। अब 10 दिनों तक सियासत का केंद्र कानपुर इस साल भगवा परिवार के लिए ज्ञान गंगा का गवाह बनेगा। भाजपा संगठन के लिहाज से कानपुर भले ही 10 लोकसभा तो वहीं 52 विधानसभा क्षेत्रों की डोर संभालता हो, लेकिन अब इस धरती से 2019 का चुनावी ब्लूप्रिंट तैयार होने की उम्मीद के साथ अखिलेश मायावती और प्रियंका गांधी की तोड़ की रणनीति भी बनाई जा सकती है।

इनसें निपटने की बनेगी रणनीति
संघ प्रमुख मोहन भागवत के कानपुर पहुंचने के बाद प्रांत प्रचारकों की वार्षिक बैठक का शुभारंभ हो गया। भागवत ने रात में पनकी स्थित नारायणा कालेज परिसर में संघ की कोर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक से पहले देश के विभिन्न प्रांतों से आए प्रचारकों ने संघ प्रमुख का अभिवादन किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रशिक्षण वर्ग को प्रत्यक्ष रूप से तो मिशन यूपी के अलवा लोकसभा 2019 से जोड़ा जा रहा है। हाल ही में यूपी में हुए सपा-बसपा गठबंधन बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है। ऐसे में इस गठबंधन से निबटने के लिए संघ मंथन करेगा और जातीय समरसता के लिए अपना अभियान तेज कर सकता है। साथ ही दलित अगड़ी और पिछड़ी जातियों के बीच काम कर रहे संघ के कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया जा सकता है। संघ की कोशिश होगी कि सहभोज के कार्यक्रम को और व्यापक बनाया जाए और तमाम जातियों खासकर दलितों के साथ रोटी के संबंध और प्रगाढ़ हो।

दत्तात्रय होसबोले भी पहुंचे कानपुर
इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए संघ के करीब डेढ़ सौ पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। साथ ही चारों क्षेत्र के प्रांत प्रचारक भी मौजूद रहेंगे। संघ प्रमुख भागवत कौशल विकास के जरिये अपने प्रचारकों को प्रेरणादायी जीवन जीने का जहां टिप्स दे रहे हैं तो वहीं संघ के विचार तथा वार्षिक योजना की समीक्षा भी कर रहे हैं। बुधवार को सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक भी पहुंच गए। प्रवास के दूसरे दिन नियमित गतिविधियों के अलावा संघ प्रमुख ने प्रांत और विभाग स्तर के स्वयं सेवकों, पदाधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सेवा कार्यों को गंभीरता से संचालित करें। उनका कहना था कि सेवा कार्यों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जा सकता है।

अमित शाह के साथ हो सकती चर्चा
30 जनवरी को कानपुर में रैली करने आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथे संघ प्रमुख से वर्तमान राजनीति परिदृश्य को लेकर यहां चर्चा कर सकते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को कौन सी दिशा और रणनीति के तहत लड़ा जाए, इसे लेकर भी मंथन होगा। बुधवार को कांग्रेस की तरफ से यूपी में प्रियंका गांधी को प्रभारी के रूप में दी गई कमान से यहां क्या असर पड़ने वाला है, इसे लेकर भी वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच चर्चा हुई। इस बीच भाजपा के नेता बैठक से दूरी बनाए हुए हैं। हलांकि संघ से जुड़े पदाधिकारी आरएसएस प्रमुख से मिलने के लिए जा भी रहे हैं। भाजपा के नेता संघ की बैठक पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

इन विषयों पर की चर्चा
सरसंघचालक मोहन भागवत बुधवार की सुबह सबसे पहले सुबह 6 बजे गीत के साथ शाखा प्रारंभ की। 7 बजे खेलकूद का आयोजन हुआ । इसके बाद वह सीधे कॉलेज परिसर के हॉल में पहुंचे, जहां उन्होंने 7ः15 पर पदाधिकारियों के अलावा केंद्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान प्रशिक्षण वर्ग का एजेंडा तय किया गया। बैठक के दौरान संघ के मुख्य रूप से आयाम-सेवा विभाग, ग्राम विकास, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, गो संवर्धन जैसे कार्यक्रमों की समीक्षा की जाएगी। संघ को इन अभियानों और कार्यक्रमों को अभी तक जो सफलता मिली है, उन्हें जन-जन तक पहुंचाने की रणनीति बनाई जाएगी. माना जाता है कि संघ के इन सामाजिक अभियानों का लाभ आने वाले चुनावों में बीजेपी को मिल सकता है.

कुम्भ भी जाएंगे भागवत
कानपुर प्रवास के दौरान ही संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रयागराज भी जाएंगे, जहां 2 दिनों के धर्म संसद में भी हिस्सा लेंगे। राम मंदिर निर्माण के लिए धर्म संसद सबसे अहम बैठक है, जिसमें विश्व हिंदू परिषद से जुड़े तमाम साधु-संत शामिल होंगे। इसी धर्म संसद से कुंभ के दौरान ही राम मंदिर पर बड़ा ऐलान किया जा सकता है। वीएचपी पहले ही ऐलान कर चुकी है कि राम मंदिर पर कुंभ में होने वाले धर्म संसद में बड़ा और अंतिम फैसला लिया जा सकता है। बुधवार की शाम भाजपा नेताओं की कुछ कारें कॉलेज के अंदर गई और शाम को निकल गईं।

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