७२ बीमारियां नियंत्रित करता चंद्रमा
शरीर पर चन्द्रमा का सीधा प्रभाव पड़ता है। चंद्रमा 72 बीमारियों को नियंत्रित होती हैं। अगर चंद्रमा असंतुलित है तो आपको बीमारियां घेरेंगी। कुंडली में चंद्रमा है तो उसके प्रभाव से बच नहीं सकते हैं। यदि चंद्रमा संतुलित रहे तो बीमारियों से बचा जा सकता है। साथ ही आयु भी लम्बी हो सकती है। ये बातें पं.केए दुबे पदमेश ने कहीं।
शरीर पर चन्द्रमा का सीधा प्रभाव पड़ता है। चंद्रमा 72 बीमारियों को नियंत्रित होती हैं। अगर चंद्रमा असंतुलित है तो आपको बीमारियां घेरेंगी। कुंडली में चंद्रमा है तो उसके प्रभाव से बच नहीं सकते हैं। यदि चंद्रमा संतुलित रहे तो बीमारियों से बचा जा सकता है। साथ ही आयु भी लम्बी हो सकती है। ये बातें पं.केए दुबे पदमेश ने कहीं।
शरीर के नौ साल्ट का नौ ग्रहों से संबंध
पदमेश ने कहा कि शरीर में नौ प्रकार के साल्ट पाए जाते हैं, जो समान अनुपात में मिलते हैं। इनका सम्बंध नौ ग्रहों की उत्पत्ति से है। इसलिए ग्रहों का प्रभाव शरीर पर साफ पड़ता है। उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि साल्ट का असंतुलन नहीं होना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए ज्योतिष बेहद कारगर है। उन्होंने कहा किज्योतिष यह बता सकने में सक्षम है कि एक बच्चे को किस आयु खंड में बीमारी घेर सकती है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर जो कुछ है वह शरीर में है। अगर शरीर में 72 प्रतिशत जल है तो चन्द्रमा का भी इतना असर है।
पदमेश ने कहा कि शरीर में नौ प्रकार के साल्ट पाए जाते हैं, जो समान अनुपात में मिलते हैं। इनका सम्बंध नौ ग्रहों की उत्पत्ति से है। इसलिए ग्रहों का प्रभाव शरीर पर साफ पड़ता है। उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि साल्ट का असंतुलन नहीं होना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए ज्योतिष बेहद कारगर है। उन्होंने कहा किज्योतिष यह बता सकने में सक्षम है कि एक बच्चे को किस आयु खंड में बीमारी घेर सकती है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर जो कुछ है वह शरीर में है। अगर शरीर में 72 प्रतिशत जल है तो चन्द्रमा का भी इतना असर है।
ज्योतिष की जरूरत
प्राचार्य प्रो. आरती लाल चंदानी ने वक्ताओं का परिचय कराया। साथ ही मेडिकल जगत में ज्योतिष की जरूरत को रेखांकित किया। जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना ने डॉक्टरों को स्वस्थ रहकर समाज हित में काम करने की सलाह दी। इस मौके पर प्रो. नीना गुप्ता, प्रो.रिचा गिरि, प्रो. लुबना खान, डॉ.संजय कुमार, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. अरविंद नारायण सिंह, डॉ. सीमा द्विवेदी, डॉ. कुणाल सहाय आदि मौजूद थे। इस मौके पर डॉ. यशवंत रॉव, डॉ. अरविंद कुमार सहित चार को सम्मानित किया गया।
प्राचार्य प्रो. आरती लाल चंदानी ने वक्ताओं का परिचय कराया। साथ ही मेडिकल जगत में ज्योतिष की जरूरत को रेखांकित किया। जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना ने डॉक्टरों को स्वस्थ रहकर समाज हित में काम करने की सलाह दी। इस मौके पर प्रो. नीना गुप्ता, प्रो.रिचा गिरि, प्रो. लुबना खान, डॉ.संजय कुमार, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. अरविंद नारायण सिंह, डॉ. सीमा द्विवेदी, डॉ. कुणाल सहाय आदि मौजूद थे। इस मौके पर डॉ. यशवंत रॉव, डॉ. अरविंद कुमार सहित चार को सम्मानित किया गया।