सामूहिक विवाह समारोह
जिला प्रशासन की तरफ से बिधनू ब्लाक के कठेरुआ गांव में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। यहरां दर्जनभर ग्रामपंचायतों से 112 जोड़े सामूहिक शादी समारोह में शामिल हुए। इसमें सात जोड़े मुस्लिम थे। एक ही पंडाल के नीचे एक तरफ आचार्य वैदिक मंत्रों के बीच हिंदू जोड़ों का विवाह करा रहे थे। वहीं दूसरी तरफ मौलवी मुस्लिम जोड़ों को निकाह पढ़ा रहे थे। इस बीच निकाह कराह रहे मौलवी ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ सबका-साथ, सबका विकास और अब विश्वास जीतनें का कार्य कर रहे हैं।
दहेज प्रथा से मिली आजादी
मझावन गांव निवासी पूतन खां ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थित ठीक नहीं थी। बेटी जूली के लिए वर की तलाश कर रहे थे। पर दहेज के कारण बेटी के साथ कोई शादी करने को तैयार नहीं था। ग्राम प्रधान ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के बारे में हमें बताया। बेटी व परिवार को लेकर हम यहां आए। पतारा नौरंगा निवासी सम्मू खां के बेटे नौशाद ने जूली को पसंद किया। दोनों ने हिंदू रीत रिवाज से शादी करके सर्वधर्म समभाव की मिसाल रखी। पूतन कहते हैं कि सामूहिक विवाह से दहेज प्रथा जैसे बीमारी से मुख्यमंत्री गरीब को बचा रहे हैं।
पहले हिन्दुस्तानी
नौशाद ने जूली के साथ सात फेरे लेने के बाद कहा कि हम और हमरा दिल हिन्दुस्तानी है। दोनों ने कहा कि हिंदुस्तान में जन्म लेकर यहां का अन्न खाया और यहीं की धरती में पले बढ़े। हिंदस्तान में सभी भाई भाई हैं, तो एक दूसरे के रिवाज अपनाने में कौन सा गलत है। जूली कहती हैं कि कुछ लोग हमें बांटना चाहते हैं, पर इसकी जड़ें इतनी मजबूत हैं कि कोई इसे उखाड़ नहीं सकता। इस नवदंपती के अंदर देश प्रेम की अनोखी झलक देख सभी ने तालियों से उनका स्वागत किया।