श्री श्री के रविशंकर सीरिया वाले बयान पर बवाल, मुस्लिम संगठन ने रासुका लगाए जाने को दी तहरीर
कानुपर। आध्यात्मिक
गुरु श्री श्री के सीरिया वाले बयान को लेकर कानपुर का एक मुस्लिम संगठन सड़क पर उतर आया और उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई को लेकर कर्नलगंज थाने में पुलिस को तहरीर सौंपी। सगठन के कार्यकर्ता हयात जफर हाशमी ने कहा कि श्री-श्री ने जिस तरह से बयान दिया कि, अगर अयोध्या में राम
मंदिर नहीं बना तो भारत का हाल सीरिया जैसा हो जाएगा, उसकी हम घोर निंदा करते हैं। देश तोड़ने वालों ऐसे आध्यात्मिक गुरुओं को खुले में नहीं, जेल के अंदर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री रविशंकर ने बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद पर जो बयान दिया है, उस पर देश के अल्पसंख्यक समुदाय क्षुब्ध है। अल्पसंख्यक समुदाय ने इस बयान को धमकी माना है।
लखनऊ के बाद कानपुर में विरोधआध्यात्मिक गुरु श्री-श्री रविशंकर ने अयोध्या में एक बयान दिया था कि अगर अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना तो भारत का हाल सीरिया जैसा हो जाएगा, जिस पर मुस्लिम संगठन बिफर पड़े हैं। रविवार को कर्नलगंज थाने में एक मुस्लिम संगठन ने तहरीर दी है। श्री श्री के खिलाफ रासुका के तहत मुकदमा दर्ज कराने की मांग की गई है। इसके पहले लखनऊ में श्री श्री के खिला़फ थाने में तहरीर दी गई थी और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। हयात ज़फर हाशमी ने बताया कि हमने पुरे एवीडेंस के साथ पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस ने शिकायत लेकर जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया है। यदि पुलिस दबाव के चलते अपने कदम पीछे खीचती है तो हम पूरे मामले को लेकर कोर्ट की शरण में जाएंगे। हयात ज़फर हाशमी ने कहा कि श्री-श्री धार्मिक गुरू हैं और उनके देश में करोड़ों चाहने वाले हैं। ऐसे में उनकों गलत बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। वह अयोध्या का मसला धमकाकर हल कराना चाहते हैंख् जो नामुकिन है।
मुसलमानों को खौफजदा करने की कोशिशहयात ज़फर हाशमी का कहना है कि, आम आदमी प्रेम से जिंदगी गुजारना चाहता है, लेकिन ये लोग जानबूझकर हालात खराब करना चाहते हैं। अगर देश सांप्रदायिकता की आग में झुलसता है या कोई अप्रिय घटना होती है, तो इसके जिम्मेदार यही लोग होंगे। कुछ भी हुआ तो उसे करने वाले हिंदू या मुसलमान नहीं, बल्कि इन्हीं लोगों के समर्थक और कार्यकर्ता होंगे।”श्रीश्री के बयान पर हयात ज़फर हाशमी कहते हैं कि इससे मुसलमानों को खौफजदा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि, “हमें डराया जा रहा है। चुनौती दी जा रही है। इनकी बातों से ऐसा लगता है कि जैसे राम मंदिर बनाने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। ऐसे हालात में उनकी जुबां पर वही आता है जो उनके दिलों में है।” उन्होंने आगे कहा कि, “हमें उम्मीद है कि अदालत इस मामले में जो भी फैसला करेगी, आम लोग उसे स्वीकार करेंगे। इंशा अल्लाह गृहयुद्ध जैसे हालात नहीं होंगे। अगर फिर भी कुछ होता है तो इसके लिए श्री श्री रविशंकर जैसे लोग ही जिम्मेदार होंगे।
संघ के एजेंट के तौर पर कर रहे काम हयात ज़फर हाशमी ने कहा कि हमें ऐसा महसूस हो रहा है मानो वह किसी एक विशेष वर्ग को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं। अभी तक तो सब कुछ छिपा हुआ था और लोग उनको गुरु मानते थे, लेकिन इस बयान के बाद जाहिर हो गया है कि वह भी आरएसएस के रास्ते पर ही चल रहे हैं। कहा, यह आध्यात्मिक गुरु का बयान न होकर बल्कि किसी संघ प्रचारक का है। जो लोग उन्हें अभी तक आध्यात्मिक गुरु मान रहे थे, इस बयान के बाद उनकी भी गलतफहमी दूर हो गई है। उन्होंने कहा कि, “देश में कानून है, संविधान है, लोग प्रेम और भाईचारे से रहते हैं, इस तरह का बयान देकर बिना वजह माहौल खराब किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि, “ये लोग नासमझ हैं दो देश के माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे तो लगता है कि वह अधार्मिक व्यक्ति है। जो धार्मिक लोग होते हैं वह इस तरह के बयान नहीं देते क्योंकि किसी भी धर्म को मानने वाला हिंसा फैलाने वाला बयान नहीं देता।
मुस्लिमों का धमका कर बनवाना चाहते हैं मंदिरहयात ज़फर हाशमी ने कहा कि श्री-श्री ने जिस तरह से बयान दिया, उससे साफ लगता है कि वह भाजपा व संघ के एजेंडे में काम कर रहे हैं। अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद को वह धमका कर हल कराना चाहते हैं, पर देश का मुस्लिम समाज डरने वाला नहीं है। हयात ज़फर हाशमी ने कहा कि ऐसे लोगों को बाहर रहने के बजाए जेल में होना चाहिए, लेकिन भाजपा सरकार इन पर कार्रवाई नहीं करेगी। यदि पुलिस ने सोमवार तक मामला दर्ज नहीं किया तो मुस्लिम समाज सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेगा और फिर कोर्ट में जाकर श्री-श्री के खिलाफ रासुका सहित देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराए जाने की फरियाद करेगा। कर्नलगंज के इंस्पेक्टर ने बताया कि तहरीर मिली है। पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी और तत्य सही पाए जाने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।