बीमारी के चलते निधन
बेनाझाबर निवासी पंडित गंगा प्रसाद का गुर्दे खराब हो जाने के कारण कुलवंती हॉस्पिटल में निधन हो गया है। परिवार में 1 बेटा और 3 बेटियां और पत्नी हैं। मृतक का परिवार, रिश्तेदार गोंडा जिले का रहने वाला है। लॉकडाउन के चलते उनके परिवार, रिश्तेदार में से कोई भी सदस्य कानपुर नही आ पाए। जिसके चलते मोहल्ले के रहने वाले नव युवक और बुजर्ग मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आगे आकर उनका अंतिम संस्कार कराया।
खरीदी समाग्री
अजीमुल्लाह कहा कि पंडित जी के मजहब को लेकर पहले उसे थोड़ी घबराहट हुई मगर मोहल्लेवालों ने हमारी हौफलाजाई की। जिसके बाद खुद के पैसे से हमसभी ने अर्थी की समाग्री खरीदी और शव का दाह संस्कार किया। नदीम ने कहा कि हमसब इंसान हैं और धर्म-मजहब ऊपरवाले ने नहीं बनाए। जमीन पर रहने वालों ने इंसानों की धर्म और जाति बनाई है।
नहीं आ पाया परिवार
सलीम अहमद ने बताया कि हमलोग गंगाप्रसाद जी को पंडित जी कहकर पुकारते थे। वह जिंदादिल इंसान थे। लाॅकडाउन के कारण उनका परिवार गोंडा में फंस गया। उनकी अचानक तबियत बिगड़ी तो हमलोग अस्पताल लेकर गए और इलाज के दौरान पंडित जी का निधन हो गया। हमलोगों ने उनके बेटे को जानकारी दी, पर लाॅकडाउन के चलते वह पिता की अंतिम शव यात्रा में नहीं आ सके।
ये लोग रहे मौजूद
दाह संस्कार के दौरान आफताब आलम, इमरान, नूर आलम, नदीम, मुन्ना, अजीजुल्लाह, सलीम, अहमद, सईद, जावेद, जुबैर, इरशाद, यासीन आदि लोग मौजूद रहे। सभी युवकों ने शव को कंधे से गंगाघाट तक पहुंचाया।