राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि व्यापारी ही सबसे ज्यादा टैक्स सरकार को चुकाता है, लेकिन आज व्यापारी का ही दमन किया जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले 7 वर्षों में सरकार के आंकड़ों के हिसाब से खुदरा व्यापार खत्म हो जाएगा। गली सड़कों पर दुकानें बंद हो जाएंगी। ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी को आखिर सस्ता माल क्यों दिया जाता है। जिससे कि वह सस्ता माल बेचकर खुदरा व्यापार को चूना लगा रहे हैं। देश का ताना-बाना व व्यवस्था खराब हो रही है।
अगर व्यापारी वर्ग जागरूक न हुआ तो अपराध भी बढ़ जाएगा। बड़े-बड़े शहरों में जो दुकान चला रहे हैं वह सड़क पर हैं। 7 करोड़ खुदरा व्यापारी 28 करोड़ लोगों को हर वर्ष रोजगार देते हैं। जबकि सरकार रोजगार नहीं दे पा रही तो व्यापारियों के साथ ऐसी तोहमत क्यों लादी जा रही। यही व्यापारी 35 प्रतिशत राजस्व सरकार को देते हैं। हम टेक्नालॉजी के विरोधी नहीं है। लेकिन ई व्यापार का हम विरोध करते हैं और करते रहेंगे। क्योंकि यह व्यापारी हित की बात है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि जब तक ऑनलाइन ट्रेडिंग बंद नहीं होगी, यह आंदोलन जारी रहेगा।