स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन और स्वच्छता की अलग के बीच प्राथमिक विद्यालय गौरी रज्जन की रसोई का हाल तमाम दावों पर सवालिया निशान लगा रही है। रसोई घर के पास ही जमा गोबर स्वच्छता की पोल खोल रहे हैं। विद्यालय के चारों ओर बाउंड्रीवाल न होने के कारण गांव वालों ने भवन के सामने ही गोबर और कूड़े को एकत्र कर दिया है। रसोई घर के आसपास गोबर के उपले पाथे जाते हैं। मिडडे मील बनाते समय गोबर व गंदगी पर बैठीं मक्खियां रसोई घर में जाकर भोजन को विषाक्त कर रही हैं।
प्रधानाध्यापक कालका प्रसाद ने बताया कि विद्यालय में कुल 40 बच्चे नामांकित हैं। गांव वाले रसोई घर के पास परिसर में गोबर व कूड़ा डालते हैं जिससे मिडडे मील दूषित हो रहा है। गंदगी और गोबर पर बैठने वाली मक्खियां रसोई में खाने और खाते समय बच्चों के बर्तन पर भी बैठती हैं। इसके चलते बच्चों के बीमार होने का खतरा बना हुआ है। प्राथमिक विद्यालय गौरी रज्जन के परिसर व रसोई घर के पास गोबर व कूड़े के जमा होने की जानकारी मिली है। जो भी ऐसा कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। इसके लिए पंचायतराज विभाग को पत्र लिखा जाएगा।