वाहन नंबर की नई सीरीज
वाहनों की नई सीरीज यूपी-78-एफयू से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना जरूरी कर दिया गया है। इसके साथ ही शहर भर के चौपहिया वाहन डीलरों से अपील की है कि वे लोग जो नंबर प्लेट वाहनों में लगाएं, उसका कोड दफ्तर से ले लें ताकि उसके रिकॉर्ड में उस कोड की फीडिंग की जा सके। एआरटीओ प्रशासन आदित्य त्रिपाठी का कहना है कि कारों में लगाई जाने वाली हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अब नई वाहनों में अनिवार्य करने के साथ ही परिवहन विभाग ने इसकी अनिवार्यता नई सीरीज यूपी-78-एफयू से कर दी है। वाहन मालिक को केवल पंजीयन के नाम पर दो सौ रुपए ही देने होंगे। इसके अतिरिक्त अभी तक कोई चार्ज नहीं पड़ेगा।
वाहनों की नई सीरीज यूपी-78-एफयू से हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना जरूरी कर दिया गया है। इसके साथ ही शहर भर के चौपहिया वाहन डीलरों से अपील की है कि वे लोग जो नंबर प्लेट वाहनों में लगाएं, उसका कोड दफ्तर से ले लें ताकि उसके रिकॉर्ड में उस कोड की फीडिंग की जा सके। एआरटीओ प्रशासन आदित्य त्रिपाठी का कहना है कि कारों में लगाई जाने वाली हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अब नई वाहनों में अनिवार्य करने के साथ ही परिवहन विभाग ने इसकी अनिवार्यता नई सीरीज यूपी-78-एफयू से कर दी है। वाहन मालिक को केवल पंजीयन के नाम पर दो सौ रुपए ही देने होंगे। इसके अतिरिक्त अभी तक कोई चार्ज नहीं पड़ेगा।
जीपीएस की तरह करेगी काम
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के कोड की कनेक्टिविटी प्रवर्तन दस्ते को मिलने वाली ई-चेकिंग मशीन से होगी। इसके बाद उसके जरिए पता चलेगा कि वह वाहन कहां पर चल रहा है। यह नंबर प्लेट जीपीएस की तरह काम करेगी। पहले चरण में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शुरू हो चुका है, अब प्रवर्तन दस्ते को ई-चेकिंग मशीनें मुहैया करा दी जाएगी। इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जा चुका है।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के कोड की कनेक्टिविटी प्रवर्तन दस्ते को मिलने वाली ई-चेकिंग मशीन से होगी। इसके बाद उसके जरिए पता चलेगा कि वह वाहन कहां पर चल रहा है। यह नंबर प्लेट जीपीएस की तरह काम करेगी। पहले चरण में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शुरू हो चुका है, अब प्रवर्तन दस्ते को ई-चेकिंग मशीनें मुहैया करा दी जाएगी। इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जा चुका है।
गाड़ी में लगकर ही आएगी नंबर प्लेट
संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि 1 अप्रैल के बनने वाले वाहनों की बॉडी में फिट (इनबिल्ड) होकर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट आएगी। इसके पहले बनकर शोरूमों में आ चुके वाहनों में डीलर खुद लगाकर नंबर प्लेट देगा पर इसका कोड उसे आरटीओ में फीड कराना होगा। इस कोड की फीडिंग आरटीओ की प्रवर्तन टीम के साथ रहने वाली आधुनिक चेकिंग मशीन से होगी।
संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि 1 अप्रैल के बनने वाले वाहनों की बॉडी में फिट (इनबिल्ड) होकर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट आएगी। इसके पहले बनकर शोरूमों में आ चुके वाहनों में डीलर खुद लगाकर नंबर प्लेट देगा पर इसका कोड उसे आरटीओ में फीड कराना होगा। इस कोड की फीडिंग आरटीओ की प्रवर्तन टीम के साथ रहने वाली आधुनिक चेकिंग मशीन से होगी।