सीएसए के सब्जी विज्ञान विभाग में इन सब्जियों की ऐसी प्रजाति विकसित की जा रही है, जिनमें बीमारियों से लडऩे वाले मिलरल्स होंगे। यहां सब्जियों की प्रजाति आर्गेनिक तकनीक से तैयार की जा रही है। सब्जी विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉ. राजीव कुमार के मुताबिक हरे पत्ते वाली सब्जियों के रिसर्च पर पूरी तरह फोकस किया जा रहा है।
डॉ. राजीव ने बताया कि हरी सब्जियों की पोषकता धीरे-धीरे कम होती जा रही है। यहां सब्जियों की पोषकता बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। अगर पालक पर तापमान के असर को कम कर दिया गया तो पालक मार्च तक बाजार में मिलती रहेगी। इसी तरह चौलाई भी कुछ जल्दी बाजार में आने लगेगी। पालक में पोटेशियम ज्यादा और सोडियम कम होता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार पोटेशियम हाईब्लड प्रेशर कम करता है और पालक में मौजूद फोलेट हाईब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है। इसके अलावा रक्त वाहिनियों को भी आराम देता है। एथ्रोस्क्लेरोसिस धमनियों के कठोर होने के कारण होता है। धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमने के कारण तत्वों को कम करने में पोटेशियम सहायक होगा। इससे हार्टअटैक या ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कम होता है।