यूनियन बैंक आफ इंडिया के शाखा प्रबंधक विनय दीक्षित ने स्वरूप नगर थाने में पिछले दिनों धोखाधड़ी व आइटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि 9 व 10 सितंबर को एक शख्स ने अंजान नंबर से फोन किया और खुद को विशाल आटोमूवर्स कंपनी का निदेशक दौलत सिंह भदौरिया बताया। और फिर लोन खाते से आठ विभिन्न खातों में 65.80 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए थे। यहां तक कि आरोपित ने फर्जी लेटरहेड पर खातों का ब्योरा भी ईमेल पर भेजा था। जिस नंबर से फोन आया था, ट्रू कालर पर उसमें निदेशक का नाम लिखा आ रहा था।
स्वरूप नगर थाना प्रभारी अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि खातों का ब्योरा और खातेदारों की केवाइसी मांगी गई है। उसके आधार पर टीम को जांच के लिए भेजा जाएगा। पुलिस की जांच में सामने आया कि साइबर अपराधी योजनाबद्ध पूरी तैयारी करके बैंकों को कंपनी के नाम से ईमेल व लेटरहेड भेजते हैं। पहले कंपनी के मालिक या निदेशक के नाम से एक फोन नंबर ट्रू कालर पर दर्ज कराते हैं, जिससे बैंक के मैनेजर को फोन करने पर शक न हो। और तो और कंपनी के नाम से हूबहू लेटरहेड तैयार कराते हैं। पुलिस को ईमेल भेजने वाले का यूआरएल व आईपी एड्रेस अभी नहीं मिला है।